उन्नाव : उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हाल में हुई घटना की तर्ज पर कुछ अन्य जिलों बहराइच गोरखपुर और मुरादाबाद में भी बडी संख्या में नरकंकाल बरामद होने के बाद पुलिस महकमें में हडकंप मच गयी है. ताजी बरामदगी बहराइच में हुई जहां पुलिस लाइन परिसर के एक कमरे में बडी संख्या में मानव अवशेषों तथा विसरा बरामद हुए हैं और जिला प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह ने आज यहां बताया कि बहराइच पुलिस लाइन स्थित एक कमरे में थैलों और गठरियों मानव अस्थियां तथा अवशेषों को बांधकर रखे जाने की मीडिया में खबर आने के बाद उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट की अगुवाई में एक टीम गठित करके अपनी जांच रिपोर्ट एक हफ्ते में देने को कहा है.
उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर न्यायालय से आदेश लेने के बाद जिन विसरा से जुडे मामले निस्तारित हो चुके होंगे उन्हें नियमानुसार नष्ट कराया जाएगा। बाकी को नियमों की जानकारी करके व्यवस्थित कर सुरक्षित कराया जाएगा. सिंह ने बताया कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 1950 से अब तक 5793 ऐसे पोस्टमार्टम हुए हैं जिनके अंगों के अवशेष रखने के बाद उन्हें आज तक निस्तारित नहीं किया गया है.
वर्ष 2000 में चार हजार और वर्ष 2012 में मात्र 13 विसरों को नष्ट किया गया था. इस तरह 5380 विसरा का अभी तक कोई पुरसाहाल नहीं है.उन्नाव और बहराइच की ही तरह गोरखपुर के एक पुराने पोस्टमार्टम गृह से बडी संख्या में मानव हड्डियां और बर्तनों में रखे बिसरे बरामद हुए हैं.
गोरखपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी पी.के.मिश्र ने कहा ‘‘पुलिस लाइन के निकट स्थित पुराने पोस्टमार्टम गृह में 1969 से बिसरे और हड्डियां रखी जा रही थी जहां अब खुफिया विभाग का कार्यालय भवन बन गया है.’’ अपर पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार का कहना है कि मुख्य चिकित्साधिकारी को कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाने तक संबंधित बिसरे और मनुष्यों की हड्डियों के नमूनों को व्यवस्थित तरीके से रखने की व्यवस्था करवानी चाहिए थी.
इस बीच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप यादव ने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित कर दी है. इसी तरह मुरादाबाद में भी कुछ बोरों में नमूने के तौर पर रखी गयी हड्डियां और बर्तनों में रखे बिसरे बरामद हुए है जिसके बाद वहां भी मामले की जांच चल रही है.
गौरतलब है कि गत 28 जनवरी को उन्नाव पुलिस लाइन परिसर के एक कमरे में भी मानव अस्थियों का ढेर तथा बडी संख्या में बोतलों में रखे गये विसरा मिले थे. जिला पुलिस अधीक्षक :उन्नाव : एम.पी. सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच रिपोर्ट कल शासन को सौंप दी गयी है और जैसा निर्देश मिलेगा आगे की कार्रवाई की जायेगी.