बदायूं : उत्तर प्रदेश के बदायूं में गत मई में दो चचेरी बहनों की संदिग्ध हालात में मौत से प्रभावित परिजन को रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (ए) के राज्यसभा सदस्य रामदास अठावले द्वारा दिये गये 50-50 हजार रुपये के चेक कथित रुप से बाउंस हो गये हैं.
पीडित परिवार का आरोप है कि गत 12 जून को मातमपुर्सी करने के लिये कटरा सआदतगंज आये अठावले ने मृत लडकियों के परिजन को एचडीएफसी बैंक के 50-50 हजार रुपये के चेक दिये थे जिन्हें शाखा प्रबन्धक ने गत 25 अक्तूबर को बाउंस होने की बात कहकर लौटा दिया है. चूंकि वे चेक तीन माह से ज्यादा पुराने हो चुके हैं लिहाजा अब उन्हें भुनाने की अवधि भी बीत चुकी है.
दूसरी ओर, शाखा प्रबन्धक राजेश मिश्र का कहना है कि वे चेक 25 जून को ही बाउंस हो चुके थे और वे जमाकर्ताओं को जुलाई में ही वापस कर दिये गये थे. ऐसे में बाउंस हुए चेकों को 25 अक्तूबर को वापस दिये जाने का परिजन का आरोप बिल्कुल गलत है.
गौरतलब है कि गत 28 मई को कटरा सादतगंज गांव में दो चचेरी बहनों की संदिग्ध हालात में मौत हो गयी थी. उनके शव गांव के बाहर बाग में एक पेड पर लगे फंदों में लटके पाये गये थे. इस वारदात ने खासी राजनीतिक हलचल पैदा की थी.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बसपा अध्यक्ष मायावती, केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान और भाजपा नेता कल्याण सिंह समेत अनेक राजनीतिक हस्तियों ने कटरा सादतगंज पहुंचकर परिजन का हाल लिया था और राज्य सरकार पर जमकर हमले किये थे. इसी क्रम में अठावले भी कटरा सादतगंज पहुंचे थे और पीडित परिजन को 50-50 हजार रुपये के चेक दिये थे, जो अब बाउंस हो चुके हैं.