Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सीपीटीआइ केंद्र में सेवानिवृत्ति पूर्व कर्मचारी सशक्तीकरण कार्यशाला ‘रोशनी’ आयोजित की गयी. इसमें फरवरी, 2025 में सेवानिवृत्त होने वाले संयंत्र और ओडिशा खान समूह के अधिकारियों सहित 46 कर्मचारी शामिल हुए. मुख्य महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन-क्रय) राजीव सहगल उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि, जबकि महाप्रबंधक प्रभारी (मानव संसाधन-सीएफ) डॉ पीके साहू सम्मानित अतिथि थे. कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में सेवानिवृत्ति के बाद सुचारू बदलाव प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल की गयी थी.
सकारात्मक मानसिकता की तैयारी पर किया विचार-विमर्श
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (ओएचएससी) डॉ एस कुमार ने स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों और सेवानिवृत्ति के बाद स्वस्थ जीवन के लिए रणनीतियों को संबोधित किया. साइबर सुरक्षा से संबंधित मामलों पर सहायक महाप्रबंधक (सीएंडआइटी) एसके गौतम ने जानकारी दी. उप प्रबंधक (वित्त एवं लेखा) डीके दाश ने बाद के चरण में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सुचारू अंतिम निबटान और प्रभावी वित्त प्रबंधन के प्रक्रियाओं को समझाया. सहायक महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) पप्पू कुमार ने वित्तीय सुरक्षा योजना के बारे में बात की. सहायक महाप्रबंधक (सीपी-2) बाबुला नाहक ने सकारात्मक मानसिकता की तैयारी पर विचार-विमर्श किया. संगठन के भीतर क्वार्टर छोड़ने और रखने के नीतियों के विवरण पर भी चर्चा की गयी. कनिष्ठ प्रबंधक (मानव संसाधन-इआरएंडसी) एसपी माझी ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और सहायक महाप्रबंधक (मानव संसाधन-इआरएंडसी) ज्योति ओड़या और मानव संसाधन-इआर टीम की देखरेख में समारोह का समन्वय किया.
ठेका श्रमिकों के लिए आयोजित हुआ स्वास्थ्य जांच शिविर
राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के स्टील मेल्टिंग शॉप-I विभाग में कार्यरत 220 ठेका श्रमिकों ने गत 14 फरवरी को एसएमएस-I कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर का लाभ उठाया. मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-I), सुनील कार्था ने विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शिविर स्थल का दौरा किया. शिविर का आयोजन एचआर-ठेका श्रमिक प्रकोष्ठ द्वारा इएसआइ मॉडल अस्पताल और आइजीएच की मदद से किया गया था. शिविर में बॉडी मास इंडेक्स, ऊंचाई, वजन, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, रैंडम ब्लड शुगर, ग्रुपिंग और सामान्य जांच जैसे श्रवण और नाड़ी दर आदि के विभिन्न परीक्षण किये गये. श्रमिकों को एक सर्वेक्षण फॉर्म प्रदान किया गया और प्रतिक्रियाओं के आधार पर श्रमिकों को आगे की जांच और उपचार के लिए इएसआइ अस्पताल में भी भेजा गया. इस कार्यक्रम का समन्वय वरिष्ठ प्रबंधक (एचआर-सीएलसी), संगीता एम सिंदूर और सीएलसी कलेक्टिव द्वारा सहायक महाप्रबधक (एसएमएस-1), अनिकेत अनत की सहायता से किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है