Rourkela News: सेक्टर-4 में शनिवार रात हुई फायरिंग के मामले की तफ्तीश में पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है. वारदात को लेकर पुलिस ने बीजद नेता समेत तीन लोगों से कड़ी पूछताछ की है. वहीं कुछ अन्य नाम सामने आये हैं, लेकिन वे अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं. पूरा मामला कुआरमुंडा प्रखंड की पद्मपुर पंचायत अंतर्गत चांदीपोष बालूघाट में बालू के कारोबार पर वर्चस्व से जुड़ा है. विजय का फिलहाल इस्पात जनरल अस्पताल में इलाज चल रहा है. उसके गले में गोली फंसी है, जिसे निकालने का प्रयास किया जा रहा है.
विजय की पत्नी ने 24 जुलाई, 2024 को हुई घटना के बारे में बताया
इधर विजय की पत्नी आशारानी केरकेट्टा का कहना है कि पिछले साल 24 जुलाई को भी बालू के कारोबार को लेकर हुए विवाद में कुछ बदमाशों ने उनके पति पर घर के सामने फायरिंग की थी. उस समय बदमाशों ने उनके वाहन में तोड़फोड़ भी की थी और घटनास्थल से भाग गये थे. इधर पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में इसके संकेत मिले हैं कि पूरी वारदात बालू के कारोबार को लेकर हुई है. जांच एसपी की प्रत्यक्ष निगरानी में चल रही है. मामले से जुड़े सभी लोगों की तलाश चल रही है. पुलिस की अलग-अलग टीमें जांच में जुटी हैं. यह बात भी सामने आयी है कि कुछ लोग, जिनके इस वारदात से तार जुड़ रहे हैं, वे कुंभ में स्नान करने गये हैं. उनसे पूछताछ की तैयारी पुलिस कर रही है.
चांदीपोष बालूघाट में खनन कार्य की कर रहा देखरेख
विजय लकड़ा कुआरमुंडा के भालूडुंगुरी का निवासी है. वह कुआरमुंडा प्रखंड के चांदीपोष बालूघाट में बालू खनन कार्य की देखरेख करता है. यह बालूघाट मोहन अग्रवाल नामक व्यवसायी ने पट्टा पर लिया है. इसे मोहनलाल के भाई घनश्याम अग्रवाल, मंटू छाबड़ा, राजेश केरकेट्टा और संदीप मिश्रा संयुक्त रूप से चलाते हैं. कुछ महीने पहले विजय और बालू खदान चलाने वाले उसके चार साझेदारों के बीच व्यापारिक विवाद को लेकर मतभेद हो गया था. जिसपर विजय को बालूघाट से बाहर निकाल दिया गया और उसे बालूघाट नहीं आने की धमकी दी गयी थी. विजय की शिकायत के अनुसार, कुछ दिन पहले कुआरमुंडा में बालू खदान चलाने वाले चार साझेदारों ने भी उसके साथ मारपीट की थी.साझेदारों पर जान से मारने की धमकी देने का लगाया है आरोप
विजय का आरोप है कि उसके चारों साझेदारों ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी. जान को खतरा होने के कारण विजय कुआरमुंडा भालूडुंगुरी में न रहकर अपने परिवार के साथ राउरकेला सेक्टर-4 स्थित क्वार्टर नंबर ए-88 में रहता था. गौरतलब है कि शनिवार रात करीब आठ बजे विजय अपनी कार में दो साल की बेटी के साथ जा रहे थे, तभी ए-30 क्वार्टर के सामने मोटरसाइकिल पर सवार दो हेलमेट पहने बदमाशों ने गोली चलायी और मौके से फरार हो गये. खुद विजय लकड़ा भी 2012 में एक हत्या के मामले में जेल गया था. आठ महीने जेल में रहने के बाद जमानत पर रिहा हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है