Bhubaneswar News: ओडिशा के बलांगीर जिले में पटनागढ़ ब्लॉक चौक पर मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक की एक मूर्ति को आग लगा दी गयी. पुलिस ने यह जानकारी दी. बीजू जनता दल (बीजद), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और अन्य वाम दलों के अलावा राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी घटना की निंदा की. माझी ने कहा कि यह किसी ऐसे व्यक्ति का काम हो सकता है, जो शायद किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित है. माझी ने कहा कि उन्होंने पुलिस को इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और अगर इसके पीछे कोई साजिश है, तो उसका पर्दाफाश करने का निर्देश दिया है.
सभी महान हस्तियों को सम्मान देती है राज्य सरकार : माझी
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बीजू पटनायक के योगदान को मान्यता देती है और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सभी महान हस्तियों को उचित सम्मान देती है. माझी ने एक बयान में यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार ने हाल ही में 5 मार्च को बीजू पटनायक की जयंती पर उनकी याद में एक राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजू जयंती बड़े उत्साह के साथ मनाई गई और सरकार 17 अप्रैल को महान नेता की पुण्यतिथि भी मनाएगी. पुलिस महानिरीक्षक (उत्तरी रेंज) हिमांशु कुमार लाल ने बताया कि मूर्ति को आग लगाने के मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर प्रतीत हो रहा है.
ओडिशा के गौरव और अखंडता को कलंकित करती घटना : पूर्व विधायक
इस घटना को लेकर बीजद नेता और पूर्व विधायक देवेश आचार्य ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ओड़िया अश्मिता की बात करके सत्ता में आने वाले लोग इस पर जवाब दें. राज्य सरकार और मुख्यमंत्री से उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि ओडिशा के यशस्वी पुरुष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक राज्य के गौरव हैं. वह किसी पार्टी या समूह नहीं, बल्कि ओडिशा के एक सम्मानित नेता और ओड़िया समुदाय के एक महान सार्वजनिक व्यक्ति हैं, जिन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान दिया था. बीजू बाबू की प्रतिमा में आग लगाना न केवल एक जघन्य अपराध है, बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना भी है, जो ओडिशा के गौरव और अखंडता को कलंकित करती है.
बीजद नेताओं ने किया प्रदर्शन, जताया विरोध
बीजद नेताओं ने भुवनेश्वर के हवाईअड्डा क्षेत्र में बीजू पटनायक की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया और सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की. बीजद नेता प्रमिला मलिक ने बीजू पटनायक की मूर्ति पर बढ़ते हमलों के लिए सरकार की आलोचना की. पूर्व मंत्री प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि यह केवल बीजू पटनायक की मूर्ति को आग लगाने की बात नहीं है, बल्कि ओडिशा के गौरव को भी आग लगायी गयी है. कोई भी इस तरह की बर्बरता का समर्थन नहीं करेगा. बीजद नेता संजय दास बर्मा ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार द्वारा बीजू पटनायक के जन्मदिन पांच मार्च को पंचायती राज दिवस के रूप में मनाना बंद किये जाने के बाद इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. बीजद नेता ने कहा कि यह हाल के दिनों में तीसरी ऐसी घटना है. उन्होंने कहा कि मार्च में शरारती तत्वों ने कटक जिले के महांगा इलाके में बीजू पटनायक की एक मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी थी. उन्होंने कहा कि एक अन्य घटना में पिछले महीने कटक शहर में बीजू पटनायक की मूर्ति का रंग बदल दिया गया था. बीजद नेता ने कहा कि बोलनगीर की घटना ऐसी तीसरी घटना है.
भगवान परशुराम की मूर्ति लगाने की थी मांग
पटनागढ़ कस्बे के परशुराम चौक पर मंगलवार सुबह बीजू पटनायक की मूर्ति को आग के हवाले कर दिया गया. यह मूर्ति बीजद सरकार के शासनकाल में पटनागढ़ के पूर्व विधायक सरोज कुमार मेहर ने स्थापित की थी. एक अधिकारी ने बताया कि हालांकि, कुछ लोगों ने इस जगह पर बीजू पटनायक की मूर्ति लगाने का विरोध किया था क्योंकि इस चौक को परशुराम चौक के नाम से जाना जाता है. अधिकारी ने बताया कि लोगों ने बीजू पटनायक की जगह भगवान परशुराम की मूर्ति लगाने की मांग की थी. ब्राह्मण समाज के सदस्यों ने करीब एक महीने पहले धरना दिया था और बाद में मामला उड़ीसा उच्च न्यायालय पहुंचा था, जिसने मूर्ति को पॉलीथिन शीट से ढकने का आदेश दिया था. बाद में, पटनागढ़ के अधिसूचित क्षेत्र परिषद (एनएसी) के एक अधिकारी ने कहा कि छाक में बीजू पटनायक और भगवान परशुराम दोनों की मूर्तियां स्थापित करने का सौहार्दपूर्ण निर्णय लिया गया.
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