Rourkela News : राउरकेला एयरपोर्ट पर ऑब्सटेकल लैंड सर्फेस (ओएलएस) सर्वे के एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआइ) की टीम अप्रैल के पहले सप्ताह में आने वाली है. इस सर्वे के बाद एयरपोर्ट के रनवे काे दोनों ओर 150-150 फुट तक बढ़ाया जायेगा. वहीं एयरपोर्ट का विस्तार 2.7 किलोमीटर तक सेक्टर-13 से थोड़ा आगे तक किया जायेगा. इसके अलावा एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग सिस्टम के लिए लाइट लगने के साथ आइएलएस उपकरण लगाये जायेंगे.
केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम का प्रयास लाया रंग
राउरकेला एयरपोर्ट काे 4सी लाइसेंस प्रदान करने, आइएलएस, नाइट लैंडिंग सुविधा, वृहद वेटिंग लाउंज, रनवे का विस्तार, ज्यादा से ज्यादा विमानन कंपनियों की ओर से राउरकेला में विमान सेवा प्रदान करना आदि मांगों काे लेकर स्थानीय लोकसभा सांसद सह केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री लगातार केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करते हैं. जिसका सुखद परिणाम भी सामने लगा है, इसके तहत इस एयरपोर्ट काे आगामी 50 साल के लिए तैयार करने को लेकर कवायद भी शुरू हो चुकी है.एएआइ की छह सदस्यीय टीम ने किया था दौरा
इसी कड़ी में राउरकेला एयरपाेर्ट को विकसित करने के लिए क्या-क्या काम करना पड़ेगा, इसके लिए कितनी जमीन की आवश्यकता पड़ेगी, इसका निरीक्षण करने के लिए हाल ही में एएआइ की छह सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम ने यहां का दौरा किया था. यह टीम राउरकेला एयरपोर्ट का विकास, विस्तार, 4 सी लाइसेंस व अन्य सुविधा के लिए संभावनाएं तलाश करने के बाद वापस लौट चुकी है. इस एयरपोर्ट का सेक्टर-13 की ओर से 2.7 किलोमीटर तक विस्तार करने का निर्णय लिया गया है.सेल से जमीन लेकर एएआइ को सौंपेगी राज्य की सरकार
एएआइ की ओर से सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद राउरकेला एयरपोर्ट के विकास के लिए जितनी जमीन की जरूरत है, उसे पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के इस्पात मंत्रालय व राज्य सरकार के बीच इस सर्वे के बाद वार्ता का दौर शुरू होगा. जिसमें सेल की ओर से राज्य सरकार को जमीन सौंपने की प्रक्रिया शुरू होगी. एएआइ को जमीन हस्तांतरण होने के बाद एयरपोर्ट को उपरोक्त सभी सुविधाओं के साथ अगले 50 साल के लिए विकसित करने की योजना को लेकर डीपीआर तैयार किया जायेगा. यह डीपीआर तैयार होने के बाद एयरपोर्ट को विकसित करने का कार्य शुरू होगा. जिसमें कम से कम दो साल का समय लगने की संभावना है.शहर में विमान सेवा को बेहतर बनाने की दिशा में सुखद संदेश
सचेतन नागरिक मंच राउरकेला के अध्यक्ष विमल बिसी ने कहा कि उत्तम विमान सेवा तथा देश के प्रमुख शहरों को हवाई मार्ग से जोड़ने के लिए राउरकेला एयरपोर्ट का सर्वांगीण विकास होना जरूरी है. अब एएआइ की उच्च स्तरीय टीम ने सर्वे कर लिया है. वहीं अप्रैल के प्रथम सप्ताह में ओएलएस सर्वे होगा. जिसके बाद डीपीआर तैयार होने के पश्चात एयरपोर्ट को विकसित करने का काम शुरू होगा. शहर में विमान सेवा को बेहतर बनाने के लिए यह एक सुखद संकेत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

