गुवा.
सारंडा वन क्षेत्र में शुक्रवार देर रात आंधी ने कई जगहों पर भारी तबाही मचायी है. आंधी के दौरान दर्जनों पेड़ उखड़कर गिर गये. इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भीषण आंधी का सबसे गंभीर प्रभाव छोटानागरा पंचायत के कंशगढ़ टोला में देखने को मिला. यहां सोलर जलमीनार की सोलर प्लेटें उड़कर जमीन पर आ गिरीं. इससे पूरा सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गया. सोलर प्लेट के उड़ जाने और जलमीनार सिस्टम के क्षतिग्रस्त होने से कंशगढ़ टोला के लगभग 40 परिवारों के समक्ष इस भीषण गर्मी में गंभीर पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है. ग्रामीणों ने बताया कि टोला से निकटतम प्राकृतिक जल स्रोत सूख गये हैं. पानी की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं रह गयी है. ग्रामीण लगातार पंचायत के मुखिया से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग व जिला प्रशासन से इस समस्या का त्वरित समाधान करने की मांग की है. तेज आंधी का असर संचार व्यवस्था पर भी दिखा. छोटानागरा क्षेत्र सहित आसपास के इलाकों में एयरटेल का नेटवर्क पूरी तरह ठप हो गया. जिससे ग्रामीणों को एक-दूसरे से संपर्क करने में परेशानी हुई.सेल कार्यालय के समीप नीम का विशाल पेड़ गिरा, आवागमन बाधित
गुवा .
गुवा सेल कार्यालय के पास शनिवार देर शाम आंधी के कारण नीम का एक विशाल पेड़ सड़क पर गिर गया. इससे मुख्य मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया. पेड़ की टहनियां बिजली के तारों में उलझ गयीं. जिससे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित होने की आशंका जतायी जा रही है. घटना के बाद स्थानीय प्रशासन व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पेड़ को हटाने का कार्य शुरू किया. यातायात को वैकल्पिक मार्ग से चलाया जा रहा है. वहीं बिजली विभाग की टीम भी तारों की मरम्मत में जुटी है. स्थानीय लोगों के अनुसार, पेड़ की जड़ें कमजोर होने के कारण आंधी के दौरान वह धराशायी हो गया. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन पूर्ण बहाली में कुछ समय लग सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है