चाईबासा : राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद से ए ग्रेड प्राप्त किये बिना अब कोल्हान विश्वविद्यालय में शोध प्रवेश परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा. गुरुवार को विवि के चाईबासा स्थित मुख्यालय में आयोजित करीब 23 स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्षों की बैठक में फैसले की जानकारी दी गई. कुलपति प्रो. डॉ. शुक्ला माहांती की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बताया गया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की नई नियमावली के अनुसार नैक से ए ग्रेड के बिना विश्वविद्यालय शोध प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं कर सकेंगे. लिहाजा अब कोल्हान विश्वविद्यालय में कोई नया शोध कार्य नहीं होगा. वर्तमान में विवि को नैक से सी ग्रेड प्राप्त है.
लिहाजा ए ग्रेड प्राप्त किये बिना विवि शोध पंजीकरण नहीं कर सकेगा. यह निर्णय वर्ष 2016 में शोध प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों पर प्रभावी नहीं होगा. बैठक में प्रतिकुलपति प्रो. डॉ. रणजीत कुमार सिंह मौजूद रहे. विभागाध्यक्षों को जिम्मेदारी दी गई कि वह अलग-अलग विषयों में एमफिल की पढ़ाई शुरू करने की दिशा में आगे बढ़ें. घंटी आधारित शिक्षकों को पीजी की कक्षाएं लेने की अनुमति प्रदान करने के लिए उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को पत्र भेजने का निर्णय लिया गया. फिलहाल घंटी आधारित शिक्षक केवल यूजी की ही कक्षाएं ले सकते हैं. बैठक के दौरान विवि के पीजी डिपार्टमेंट में बिजली, पानी, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करने के लिए कहा गया.
विभागाध्यक्षों को जिम्मेदारी दी गई कि वह विभागों की साफ-सफाई की स्थिति पर नजर रखें. समय-समय पर औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट दें. तय किया गया कि सीबीसीएस पाठ्यक्रम के अनुसार स्नातकोत्तर विभागों में किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके लिए विभागाध्यक्षों से पुस्तकों का ब्यौरा जल्द देने के लिए कहा गया. वहीं प्रायोगिक विषयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए लैब अपग्रेड करने का फैसला किया गया. विवि के सीनेट हाल को नया स्वरूप दिये जाने का निर्णय हुआ.अलग-अलग संकाय में जनरल प्रकाशित करने का फैसला हुआ. इसके लिए विज्ञान संकाय की पहली बैठक शुक्रवार को प्रस्तावित की गई. बैठक में तीन विभागों के विभागाध्यक्ष अलग-अलग कारणों से अनुपस्थित रहे.