मजदूरों में छंटनी का भय, नयी ठेका कंपनी जल्दबाजी नहीं दिखा रही
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चिरिया माइंस में उत्पादन बंद 741 मजदूरों के समक्ष संकट
मजदूरों में छंटनी का भय, नयी ठेका कंपनी जल्दबाजी नहीं दिखा रही मजदूरों ने चिरिया सेल कार्यालय के समक्ष की बैठक, सेल अधिकारी से नहीं हो सकी बात मजदूरों की समस्या पर आज चिरिया पहुंचेंगे पूर्व सीएम मधु कोड़ा मनोहरपुर/चिरिया : सेल की चिरिया माइंस की ठेका कंपनी की निविदा 30 जून को खत्म होने […]
मजदूरों ने चिरिया सेल कार्यालय के समक्ष की बैठक, सेल अधिकारी से नहीं हो सकी बात
मजदूरों की समस्या पर आज चिरिया पहुंचेंगे पूर्व सीएम मधु कोड़ा
मनोहरपुर/चिरिया : सेल की चिरिया माइंस की ठेका कंपनी की निविदा 30 जून को खत्म होने के बाद एक जुलाई से 741 मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. वहीं सूत्रों के मुताबिक नयी ठेका कंपनी नारायणी संस प्रालि. मजदूरों की छंटनी का मसला सुलझने के बाद माइंस में कार्य शुरू करेगी. पुरानी ठेका कंपनी से मजदूरों का भुगतान होने और नयी कंपनी का कार्य शुरू होने के बीच मजदूर बेरोजगार हो गये हैं.
इसके विरोध में मजदूरों ने लगातार तीसरे दिन सोमवार को सेल कार्यालय के समक्ष बैठक की. इसमें प्रखंड के मारंगपोंगा, जामकुंडिया, छोटानागरा, साइडिंग, आंकुवा, लोड़ो, टिमरा, सोद, दुईया, सेलाइ मणिपुर, पुराना मनोहरपुर, गिंडुग आदि गांवों के ठेकाकर्मी शामिल थे. मजदूर चिरिया सेल कार्यालय में अधिकारियों से मिलने पहुंचे थे. वे छंटनी व माइंस बंद होने के संबंध में सेल अधिकारियों से वार्ता करना चाह रहे थे. चिरिया सेल कार्यालय में अधिकारी उपस्थित नहीं थे.
मजदूरों ने हर दिन कार्यालय पर पहुंचने का लिया निर्णय
दूसरी ओर मजदूरों का आक्रोश देखते हुए चिरिया ओपी पुलिस मौजूद रही. मजदूरों ने निर्णय लिया कि जब तक माइंस शुरू नहीं होती है, छंटनी के बिना सभी मजदूरों को काम पर नहीं रखा जाता है और अन्य मांगों पूरी नहीं की जाती है, तबतक सभी मजदूर चिरिया सेल कार्यालय पहुंचेंगे. मजदूरों ने बताया कि मंगलवार को मजदूरों की समस्या को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा चिरिया पहुंचेंगे.
बिना किसी सूचना के मजदूरों से काम लेना बंद कर दिया गया
मालूम रहे कि सेल आरएमडी की चिरिया माइंस की ठेका कंपनी धनसार इंजीनियरिंग प्रालि. का टेंडर बीते 30 जून को समाप्त हो गया. इसके पूर्व ठेका कंपनी ने श्रम मंत्रालय को आवेदन देकर ठेका कर्मी की छंटनी की गुजारिश की थी. ठेका कंपनी ने टेंडर खत्म होने के बाद 741 मजदूरों से बिना किसी सूचना के एक जुलाई से काम लेना बंद कर दिया. इसके पूर्व सेल ने 15 दिनो के भीतर सभी मजदूरों का हिसाब-किताब भुगतान करने का निर्देश दिया है.
मजदूरों ने सेल अधिकारियों सौंपा अल्टीमेटम पत्र
माइंस चिरिया के मजदूरों ने सोमवार को बैठक के बाद सेल अधिकारियों के नाम पर अल्टीमेटम पत्र डिस्पैच किया. पत्र की प्रतिलिपि सासंद, उपायुक्त, लेबर कमिश्नर, अनुमंडल पदाधिकारी, थाना प्रभारी आदि को प्रेषित की गयी है. पत्र में मजदूरों ने कहा कि चिरिया की दूबिल माइंस में मजदूर वर्ष 1991 से स्थायी रूप से काम कर रहे हैं. बीते एक जुलाई को ठेका कंपनी के निदेशक ने मौखिक जानकारी देते हुए बस सेवा व माइंस बंद कर दी. माइंस आरएमडी के तहत आता है. माइंस बंद करना था. तो सेल को करना चाहिए था. मजदूर सेल अधिकारी से वार्ता करना चाहते हैं, पर सेल का कोई अधिकारी वार्ता के लिए सामने नहीं आ रहे हैं. इससे मजदूरों में आक्रोश है.
ढुलाई हो रही प्रभावित
काम बंद होने से चिरिया लौह अयस्क खदान से ट्रांसपोर्टेशन में लगे सैकड़ों मालवाहक हाइवा, डंपर मालिकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. माइंस में करीब 40 हाइवा ट्रक व 40 डंपर अयस्क ढुलाई करते हैं. दूबिल खदान से मनोहरपुर साइडिंग तक 80 ट्रिप से ज्यादा लौह अयस्क की ढुलाई प्रतिदिन प्रभावित हो रही है.
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