सिमडेगा़ : डीकन अनूप कुजूर के पुरोहित बनने पर तारापुर में धन्यवादी मिस्सा अनुष्ठान का आयोजन किया गया. नव अभिषिक्त फादर अनूप कुजूर ने मिस्सा अनुष्ठान संपन्न कराया. मिस्सा अनुष्ठान के दौरान फादर कुजूर ने अपने प्रवचन में कहा कि जीवन में मुक्ति व शांति पाने के लिए ईश्वर के वचन का पालन करें. जो व्यक्ति ईश्वर के वचन के अनुसार जीवन व्यतीत करता है वही ईश्वर का संतान है. जो वचन का पालन नहीं करता वह ईश्वर से दूर भटक जाता है.
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपनी शक्ति एवं बुद्धि से महान नहीं बनता बल्कि विनती प्रार्थना द्वारा ईश्वर की कृपा से महान बनता है. फादर कुजूर ने कहा कि पुरोहित बनने के लिए ईश्वरीय कृपा की आवश्यकता होती है. मिस्सा गीत संचालन तारापुर के विश्वासियों ने किया. मिस्सा अनुष्ठान समारोह में तारापुर के अलावा सामटोली, महतोटोली, सोगड़ा, तिर्रा आदि गांव के लोग उपस्थित थे. मिस्सा अनुष्ठान के बाद नव अभिषिक्त पुरोहित के सम्मान में स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया गया. तारापुर के लोगों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया. साथ ही बुके व उपहार देकर सम्मानित किया.
सामटोली, महतोटोली, सोगड़ा आदि गांव की मंडलियों ने मसीही भजन प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में ख्रिस्तोफर मिंज, रूपुस खेस, बेंजामिन केरकेट्टा,भलेरिया तिर्की, पावल बरवा, सोशन तिर्की, मधुरा बा, निर्मला बाड़ा, सरिता मिंज, विवयाना कुजूर, कथरिना सोरेंग, सुनीता, मरियम के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे.
