सिमडेगा : नगर परिषद कार्यालय के निकट जिला कांग्रेस समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को धरना दिया गया. धरना कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुखेदव उरांव एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व सांसद रामेश्वर उरांव उपस्थित थे. धरना को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट पर सरकार की मंशा ठीक नहीं है.
सरकार की मंशा को हम सफल नहीं होने देंगे. कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन कर सरकार आदिवासियों की जमीन छीनना चाहती है तथा पूंजीपतियों के हाथों सौंपना चाहती है. हमने यह कानून लड़ कर पारित करायी थी, जिसमें संशोधन बरदाश्त नहीं करेंगे. पुरखों की जमीन को हम हाथ से जाने नहीं देंगे. श्री भगत ने कहा कि सरकार आंदोलन को गोलियों से दबाना चाहती है. बड़कागांव व खूंटी सहित तीन घटना ऐसी हुई है, जिसमें सरकार ने गोली चलवा कर सात आदिवासियों की जान ले ली है. किंतु हम सरकार के दबाव में नहीं आ सकते. उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे.
उन्होंने कहा कि एक्ट में संशोधन के विरोध में 13 नवंबर को राजभवन का घेराव एवं 17 नवंबर को विधान सभा का घेराव किया जायेगा. सदन में एक्ट को किसी भी हालत में पारित नहीं होने दिया जायेगा.
पूर्व सांसद रामेश्वर उरांव ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट में बदलाव कर सरकार आदिवासियों का मालिकाना हक छीनना चाहती है. आदिवासियों को जमीन छीन कर विस्थापित बनाने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने कहा कि ग्राम सभा को अधिकार देने के बजाय उस पर केस किया जा रहा है.
इस मौके पर पूर्व शिक्षा मंत्री गीता श्री उरांव, थेयोदोर किड़ो, बेंजामिन लकड़ा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम का संचालन मो समी आलम ने किया.इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष रामनारायण रोहिल्ला, डीडी सिंह, विक्सल कोंगाड़ी, पूर्व विधायक नियेल तिर्की, रावेल लकड़ा, अनूप केसरी, अजीत लकड़ा,अनूप लकड़ा, देवनिश खलखो, अलबर्ट सोरेंग, फ्रांसिस बिलुंग, भूषण बाड़ा, कृष्णा नाग, सुनील खडि़या, खुशी राम कुमार, मतियस कुल्लू, प्रो रोशन टेटे, प्रो रंजीत कुमार चौधरी, कल्लु मियां, डेविड तिर्की, अंजेला तिग्गा, शीला देवी व रोस प्रतिमा सोरेंग के अलावा कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.धरना प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया. साथ ही जिले की विभिन्न समस्याओं को लेकर भी ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया.