सिमडेगा : तीन दिवसीय जीतिया पर्व शनिवार को पारन के साथ ही संपन्न हो गया. गुरुवार को ही नहाय खाय के साथ जीतिया पर्व की शुरुआत हुई. शुक्रवार को दिन भर माताएं उपवास रख कर अपने पुत्रों के मंगलमय जीवन की कामना की. दिन भर मंदिरों में माताओं को पूजा–अर्चना करते हुए देखा गया.
मंदिर परिसर में सुबह से लेकर रात तक माताओं को जीतिया पर्व की कथा सुनते हुए देखा गया. पुरोहितों ने जीतिया पर्व के महत्व एवं इसके प्रभाव के बारे में माताओं को बताया. दिन और रात भर उपवास रखने के बाद आज सुबह में माताओं ने स्नान कर पूजा–अर्चना की. इसके बाद पारन के रूप में प्रसाद ग्रहण किया. कई घरों में माताओं ने गुरुवार तथा शुक्रवार लगातार दो दिन तक उपवास रख कर अपने पुत्रों के मंगलमय जीवन की कामना की.