कॉलेज में पठन पाठन कार्य ठप, छात्र-छात्राएं बाहर घूमते नजर आये,
Advertisement
गेट में तालाबंदी कर धरना पर बैठे
कॉलेज में पठन पाठन कार्य ठप, छात्र-छात्राएं बाहर घूमते नजर आये, तीन दिन में समस्या का समाधान नहीं, तो अनिश्चितकालीन बंद की चेतावनी कोलेबिरा : कोलेबिरा स्थित सुशील कुमार बागे महाविद्यालय के वित्त रहित कर्मियों ने 11 जुलाई को अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर कॉलेज के मुख्य गेट में तालाबंदी कर धरने पर बैठ […]
तीन दिन में समस्या का समाधान नहीं, तो अनिश्चितकालीन बंद की चेतावनी
कोलेबिरा : कोलेबिरा स्थित सुशील कुमार बागे महाविद्यालय के वित्त रहित कर्मियों ने 11 जुलाई को अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर कॉलेज के मुख्य गेट में तालाबंदी कर धरने पर बैठ गये. कर्मियों के इस कदम से कॉलेज में पठन-पाठन कार्य ठप हो गया. छात्र-छात्राएं कॉलेज के बाहर घूमते नजर अाये. ज्ञात हो कि गुरुवार को ही कॉलेज की शासी निकाय कमेटी की बैठक होने वाली थी.
तालाबंदी व धरने पर बैठने की सूचना पर शासी निकाय कमेटी के पदाधिकारी धरना स्थल पहुंचे. धरना में बैठे कर्मियों से कार्यालय में बैठ कर बात करने का आग्रह किया. आग्रह पर सभी कर्मी धरना समाप्त कर महाविद्यालय के प्राचार्य कक्ष में शासी निकाय कमेटी के साथ बैठक की. बैठक में कोलेबिरा के कुछ ग्रामीणों ने भाग लिया. वित्तरहित कर्मियों ने शासी निकाय कमेटी के सामने अपनी विभिन्न मांग एवं समस्याएं रखी. विद्याबंधु शास्त्री ने कहा कि उन्हें विगत एक साल से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है, जिसके कारण आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गयी है.
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के कुछ पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकार द्वारा मिले अनुदान को रोक दिया गया है. महाविद्यालय में पूर्व में जो भी अनुदान मिलता था, उसे वित्त रहित एवं वित्त सहित कर्मियों के बीच वितरण किया जाता था. किंतु वर्तमान समय में जो अनुदान आया है, उससे वित्त सहित कर्मी आपस में बांट लेने की बात कह रहे हैं, जबकि वह अनुदान वित्त रहित कर्मियों के लिए सरकार द्वारा आवंटन किया जाता है.
इसके अलावा अन्य समस्याओं को भी बताया गया. शासी निकाय के पदाधिकारियों ने वित्त रहित कर्मियों की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया. इधर, बैठक में उपस्थित ग्रामीणों ने कहा कि अगर दो दिनों के अंदर वित्त रहित काॅलेज कर्मियों की समस्याओं का निदान नहीं होता है, तो तीसरे दिन से काॅलेज में अनिश्चितकालीन तालाबंदी की जायेगी, जिसकी सारी जिम्मेवारी शासी निकाय की होगी.
बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि महाविद्यालय में गणित विषय में विगत पांच साल में सिर्फ तीन छात्र ही नामांकित हैं. उक्त विषय के शिक्षक को प्रतिवर्ष लाखों रुपये भुगतान किया जा रहा है, जबकि इंटर के कर्मियों को वेतन भुगतान के लिए तरसना पड़ रहा है. बैठक के तत्पश्चात महाविद्यालय परिवार की शासी निकाय कमेटी की अपनी बैठक हुई.
इस अवसर पर मेसो पदाधिकारी चंद्रशेखर प्रसाद, विधायक विक्सल कोंगाड़ी, रांची विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि विपिन वर्मा, माधुरी वागे, स्नातक खंड के प्राचार्य प्रोफेसर तुलसी साहू, इंटर खंड के प्राचार्य दीनबंधु शास्त्री, महाविद्यालय के सचिव सत्यनारायण प्रसाद, इंटर खंड के सचिव रमेश प्रसाद, प्रोफेसर दिलीप कुमार, प्रोफेसर एल्विन होरो, जितेंद्र तिवारी, बदरुद्दीन अहमद, श्यामलाल प्रसाद, जिला परिषद सदस्य फुलकुमारी समद, कोलेबिरा मुखिया ऑलमनी बागे व रघुवीर प्रसाद के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement