सरायकेला. महिला कॉलेज सरायकेला में बुधवार को विश्व मानवाधिकार दिवस पर प्राचार्य डॉ स्पार्कलिन देई की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं को लैंगिक समानता, बच्चों के विकास व महिलाओं के अधिकार को लेकर जागरूक किया गया. प्राचार्य ने कहा कि किसी भी समाज के पिछड़ने का मुख्य कारण लैंगिक असमानता और महिलाओं के अधिकार का हनन है. उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में महिलाएं पुरुषों से किसी भी मामले में कम नहीं है. समाज को विकसित करने के लिए हमें लैंगिक समानता पर जोर देने की आवश्यकता है. इसके लिए महिलाओं को उनका अधिकार मिलना सबसे अधिक आवश्यक है. जबतक समाज महिला और पुरुष में भेद करता रहेगा समाज विकास के पथ पर अग्रसर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि समाज को विकसित करने के लिए बच्चों के सर्वांगीण विकास पर भी जोर देने की आवश्यकता है. शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो हर समस्या का समाधान कर सकता है. इसलिए बच्चों को शिक्षित करना बहुत आवश्यक है. प्राचार्य ने महाविद्यालय की छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि सभी छात्राएं अपने गांव व मुहल्ले में लैंगिक समानता पर लोगों को जागरूक करें. मौके पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं व छात्राएं उपस्थित थे.
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