सरायकेला. सीनी ओपी क्षेत्र के उकरी-खरसावां मार्ग पर जगन्नाथपुर गांव के पास हुई सड़क दुर्घटना के बाद रविवार दोपहर तक लगभग 20 घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही. शनिवार देर शाम हुई इस दुर्घटना में धातकीडीह निवासी 36 वर्षीय जितेन नायक की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि उसका साथी विश्वजीत लोहार गंभीर रूप से घायल हो गया. हादसे के तुरंत बाद आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने सड़क जाम कर दिया और मुआवजे की मांग पर अड़ गये.
क्या था मामला:
शनिवार रात लगभग 8 बजे बाइक सवार जितेन नायक हाइवा की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. साथ में मौजूद विश्वजीत लोहार गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे परिजनों द्वारा तुरंत सरायकेला सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है. दुर्घटना से नाराज ग्रामीणों व परिजनों ने उकरी-खरसावां मार्ग को जाम कर दिया. जाम के दौरान ग्रामीण मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे और शव को उठने नहीं दिया. शुरुआती दौर में पहुंचे अधिकारियों व जिला परिषद सदस्य लक्ष्मी सरदार, पंचायत समिति सदस्य अनीता प्रधान ने ग्रामीणों की बात सुनी और उनकी मांगों को जायज़ बताया. सूचना पर सरायकेला, सीनी और खरसावां थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों की 15 लाख रुपये मुआवजा और अंतिम संस्कार के लिए 1 लाख रुपये नकद देने की मांग के कारण वार्ता असफल रही.बीस घंटे बाद बनी सहमति, सड़क जाम हटाया गया:
लगभग 20 घंटे तक चले जाम के बाद रविवार दोपहर करीब 4 बजे बातचीत सफल हो सकी. इंस्पेक्टर नितिन कुमार सिंह, सरायकेला थाना प्रभारी विनय कुमार, खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार, और सीनी ओपी प्रभारी विनय कुमार ने ग्रामीणों से दोबारा वार्ता की. गाड़ी मालिक ने दो लाख रुपये का मुआवजा देने पर सहमति जतायी. साथ ही प्रशासन ने बताया कि सरकारी प्रावधानों के तहत मिलने वाला अतिरिक्त मुआवजा भी परिजनों को दिया जायेगा. समझौता होने के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटा लिया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल सरायकेला भेज दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

