चांडिल रेलवे स्टेशन से सटे पितकी रेलवे फाटक पर पिछले तीन दिनों से जाम की गंभीर स्थिति बनी हुई है. फाटक हर पांच-पांच मिनट के अंतराल पर बंद होने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग जा रही हैं. स्थिति यह है कि टाटा-पुरुलिया-धनबाद मार्ग पर चलने वाले छोटे-बड़े वाहन चालकों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ रहा है. रविवार शाम तक फाटक से घोड़ानेगी की ओर लगभग 10 किलोमीटर और दूसरी ओर रघुनाथपुर की दिशा में लगभग 8 किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा. सबसे अधिक परेशानी ट्रक चालकों को हो रही है, जिन्हें फाटक बंद रहने पर कई-कई घंटे तक जाम में इंतजार करना पड़ रहा है.
क्यों लग रही है जाम:
पितकी रेलवे फाटक चांडिल रेलवे जंक्शन के बिल्कुल पास स्थित है. इस फाटक से दो रेल डिवीजन आद्रा व रांची की ट्रेनें गुजरती हैं. दोनों डिवीजन से रोजाना सैकड़ों मालगाड़ी, पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनें संचालित होती हैं. ट्रेनों की अधिक आवाजाही के कारण फाटक लगभग हर पांच मिनट के अंतराल पर बंद हो जाता है, जिससे सड़क पर वाहनों का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. टाटा–पुरुलिया मार्ग पर प्रतिदिन चार हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं, लेकिन फाटक खुलने पर सिर्फ चार-पांच ट्रक ही पार हो पाते हैं. ऐसे में जाम की समस्या घंटों तक बनी रहती है और कतारें कई किलोमीटर लंबी हो जाती हैं.रेलवे पुलिस तैनात, फिर भी नहीं सुधर रहा हालात:
फाटक के दोनों ओर रेलवे पुलिस की तैनाती की गयी है, ताकि जाम कम किया जा सके. इसके बावजूद छोटे चार पहिया वाहन चालकों द्वारा फाटक के सामने दो-तीन कतारें बनाकर खड़े हो जाने से स्थिति और बिगड़ जाती है. यदि वाहन चालक निर्धारित लेन में अनुशासन के साथ खड़े हों, तो जाम से काफी हद तक राहत मिल सकती है, लेकिन जल्दबाजी में छोटी गाड़ियां अव्यवस्था पैदा कर रही हैं.ओवरब्रिज निर्माण में देरी बनी बड़ी वजह
पितकी रेलवे फाटक पर जाम की समस्या से स्थायी समाधान के लिए रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य जारी है. जानकारी के अनुसार, मार्च 2026 तक ओवरब्रिज निर्माण पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है. हालांकि कार्य की धीमी गति के कारण फिलहाल लोगों को जाम की समस्या से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है और यात्रियों तथा वाहन चालकों में नाराजगी बढ़ रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

