सरायकेला.
सरायकेला जिला मुख्यालय से लगभग दो किमी दूर संजय गांव के समीप 52 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन 100 बेड के अस्पताल भवन की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे हैं. जिला परिषद के अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने शुक्रवार को भवन का निरीक्षण किया. जिप अध्यक्ष ने कहा कि सरायकेला के ड्रीम प्रोजेक्ट 100 बेड का अस्पताल भवन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. पूरा भवन गुणवत्ताविहीन काली ईंट से बनाया गया है. ईंट का क्वालिटी टेस्ट नहीं किया गया. इस मुद्दे को आगामी 30 अगस्त को दिशा समिति की बैठक में उठाएंगे. इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि सरायकेला जैसे जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से बेहद कमजोर है. जनता इस अस्पताल को उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है. यदि निर्माण की नींव ही कमजोर होगी, तो आने वाले समय में मरीजों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है. गुणवत्ता से समझौता किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

