खरसावां. खरसावां के टांकोडीह व आस-पास के ग्रामीणों ने निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए टांकोडीह से झूंझकी तक सड़क सुदृढ़ीकरण कार्य (6.70 किमी) को बंद करा दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बन रहे इस सड़क सुदृढ़ीकरण कार्य में भारी अनियमितता बरती जा रही है. नियमों को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है. गुरुवार की सुबह टांकोडीह और आसपास के गांवों से पहुंचे लोगों ने सड़क निर्माण कार्य को बंद करा दिया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरकारी मानकों को नजरअंदाज कर कार्य किया जा रहा है. पुराने डस्ट वाली सड़क पर सीधे अलकतरा और गिट्टी का मिश्रण (पिच) डाल दिया गया है. न तो केमिकल ठीक ढंग से डाला जा रहा है और न ही अलकतरा व गिट्टी का मिश्रण सही अनुपात में है. पैरों से मसलते ही सड़क की पिच उखड़ जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि कई बार संवेदक को सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान देने का आग्रह किया गया और विभागीय अभियंताओं से शिकायत भी की गयी, लेकिन इसके बावजूद कार्य में सुधार नहीं हुआ.
ग्रामीणों ने निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच की मांग की
मुखिया सिदेश्वर जोंको, उपमुखिया वेद प्रकाश सिंहदेव आदि भी निर्माण स्थल पर पहुंचकर स्थिति की जानकारी ली. ग्राम प्रधान धनेश्वर राउतिया, दुखराज महतो, लखीराम टुडू, राजू टुडू, ईश्वर सोरेन, दुर्योधन प्रमाणिक, ईश्वर हेंब्रम, प्रसाद हेंब्रम, निर्मला माझी, सोमवारी टुडू, सुखी टुडू, लोदरा हांसदा, संजय प्रमाणिक, प्रदीप हांसदा आदि ग्रामीणों ने जिले के उपायुक्त से सड़क निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.
22 माह पूर्व हुआ था सड़क सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास
ग्रामीणों ने बताया कि खरसावां के टांकोडीह से झूंझकी तक सड़क सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास करीब 22 माह पूर्व, 24 फरवरी 2024 को हुआ था. संवेदक के साथ-साथ विभागीय लापरवाही के कारण सड़क निर्माण कार्य निर्धारित समय में पूरा नहीं हो पाया. निर्माण स्थल पर केवल शिलान्यास का बोर्ड लगाया गया है, जबकि निर्माण कार्य से संबंधित डिस्प्ले बोर्ड भी नहीं लगाया गया है. इससे लोगों को योजना के प्राक्कलन से लेकर अन्य कार्यों की जानकारी नहीं मिल पा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

