चौका.
ईचागढ़ के गौरांगकोचा स्थित पारगाना कार्यालय में पारगाना शिलू सारना टुडू की अध्यक्षता में आदिवासी समाज की बैठक हुई. इसमें ईचागढ़, चांडिल, नीमडीह और कुकड़ू क्षेत्र के आदिवासी समाज के लोगों ने भाग लिया. इसमें कुड़मी समाज द्वारा एसटी में शामिल करने की मांग का विरोध किया गया. आदिवासी प्रतिनिधियों ने साफ कहा कि कुड़मी महतो कभी भी आदिवासी नहीं थे. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस मुद्दे पर सरकार को आगाह करने और विरोध दर्ज कराने के लिए 4 अक्तूबर को ईचागढ़ पारगाना कार्यालय गौरांगकोचा से ईचागढ़ प्रखंड कार्यालय तक आदिवासी जनाक्रोश महारैली निकाली जायेगी. इस मौके पर पुइतु उरांव, सिद्धू मुंडा, श्यामल मार्डी, सूर्या माहली, बुद्धेश्वर टुडू, संतोष माहली, हराधन मार्डी, सुकलाल मुर्मू, पतिराम टुडू, महेंद्र टुडू, काली उरांव, बिरेन सिंह सरदार, देवेन बेसरा, भोक्तु मुंडा, लाल मुर्मू, कमलेश सिंह मुंडा, गोबीन बेसरा, कालो माहली आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

