खरसावां.कुड़मी समाज खरसावां-कुचाई इकाई की ओर से शहीद निर्मल महतो स्मारक भवन खरसावां में कुड़माली भाषा में अध्ययन करने वाले वर्ग 9वीं से 12वीं तक की कक्षा के छात्र-छात्राओं की अब नि:शुल्क साप्ताहिक पढ़ाई होगी, जिसका उद्घाटन सोमवार को किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि अनूप कुमार सिंहदेव उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि मातृभाषा संस्कृति को मजबूत करती है और संस्कृति समाज को मजबूत बनाती है. भाषा और संस्कृति एक-दूसरे से जुड़े हैं और एक दूसरे को अभिव्यक्त करते हैं. किसी भी देश या समाज की मातृभाषा उसके संस्कृति का प्रतीक है. कार्यक्रम में चुआड़ विद्रोह के नायक रघुनाथ महतो का शहादत दिवस पांच अप्रैल को बंदीराम गांव में मनाने व रघुनाथ महतो की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया.
मातृभाषा एक व्यक्ति की पहचान : थाना प्रभारी
खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार ने कहा कि भाषा के जरिए ही हम अपनी संस्कृति और उसके मूल्यों को व्यक्त करते हैं. इसलिए एक व्यक्ति की पहचान मातृभाषा, विचारों और भावनाओं के माध्यम से होती है. सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता मुकेश महतो ने कहा मातृभाषा को संरक्षण देना और उसके संवर्धन की दिशा में प्रयास करना वास्तव में अपनी सभ्यता और संस्कृति को बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है.इन्होंने किया संबोधित
सेवानिवृत शिक्षक ओमप्रकाश महतो, बृहस्पति महतो, रामविलास महतो, शंकर लाल महतो, शिक्षक सुनील चंद्र महतो, शंकर लाल महतो, कैलाश चंद्र महतो, योगेश्वर महतो, शिवचरण महतो, इंद्रजीत महतो आदि.ये थे मौजूद
महेश्वर महतो, पंकज महतो, सुभाष महतो, बबलू महतो, अजय महतो, प्रकाश महतो, रुद्रप्रताप महतो, लोकनाथ महतो, दिलीप चांद महतो, तिलक प्रसाद महतो, रमेश महतो, तिलक महतो, महेश महतो सहित खरसावां और कुचाई प्रखंड के हाई स्कूल में कुड़माली भाषा से पढ़ने वाले लगभग 150 विद्यार्थी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है