सरायकेला. झारखंड विधानसभा की पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण समिति रविवार को सरायकेला पहुंची. जिले में प्रदूषण से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की. समिति की अगुवाई सारठ के विधायक उदय शंकर सिंह ने की. उनके साथ पोटका के विधायक संजीव सरदार, बोकारो की विधायक श्वेता सिंह और सिसई के विधायक जिगा सुसारन होरो मौजूद थे. परिसदन में आयोजित बैठक में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ प्रदूषण नियंत्रण पर चर्चा की गयी. निर्देश दिया कि औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण किया जाये. समिति ने सभी कंपनियों को प्रदूषण नियंत्रण यूनिट स्थापित कराने का निर्देश दिया. सभापति ने कहा कि कंपनियों से फैल रहे प्रदूषण पर नियंत्रण कर एक माह में रिपोर्ट भेजें. नियोजन पदाधिकारी को स्थानीय लोगों को कम से कम 75 प्रतिशत रोजगार सुनिश्चित कराने के लिए प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया. स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों से निकलने वाले बायोमेडिकल कचरे के उचित निस्तारण का भी आदेश दिया.
प्रदूषण के मामले में रेड जोन में हैं जिले की 400 कंपनियां :
संजीव समिति के सदस्य सह पोटका के विधायक संजीव सरदार ने कहा कि सरायकेला-खरसावां औद्योगिक क्षेत्र है. यहां लगभग 1200 कंपनिया हैं. इनमें 400 कंपनियां प्रदूषण के मामले में रेड जोन में शामिल हैं. अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि इन कंपनियों में जांच कर प्रदूषण नियंत्रण को लेकर आवश्यक कार्रवाई करने व सुधार करने को कहा गया.बैठक में ये अधिकारी थे उपस्थित
डीडीसी रीना हांसदा, एडीसी जयवर्धन कुमार, डीटीओ गिरिजाशंकर महतो, डीएमओ ज्योतिशंकर सतपथी, एसडीओ निवेदिता नियती समेत काफी संख्या में अधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

