खरसावां. कुचाई प्रखंड के मध्य विद्यालय कोर्रा तथा नव प्राथमिक विद्यालय जावबेड़ा में स्कूल भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं कराये जाने पर उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने कार्यकारी एजेंसी एनआरइपी के सभी अभियंताओं के वेतन निकासी पर रोक लगा दी है. बुधवार को जिला समन्वय समिति की बैठक में समीक्षा के दौरान उपायुक्त को बताया गया कि मध्य विद्यालय कोर्रा तथा नव प्राथमिक विद्यालय जावबेड़ा का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है. एनपीएस जावबेड़ा में स्कूल भवन निर्माण के लिए सिर्फ नींव खोद कर छोड़ दिया गया है. इस पर उपायुक्त ने नाराजगी जाहिर की व एनआरइपी के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता व कनीय अभयंताओं के वेतन निकासी पर रोक लगा दी. साथ ही स्कूल भवनों का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करते हुए पूरा करने को कहा है. इसके अलावा जिला के अन्य प्रखंडों में भी बन रहे स्कूल भवनों का निर्माण पूर्ण कराने का निर्देश दिया है.एमएस कोर्रा दो व एनपीएस जावबेड़ा एक शिक्षक के भरोसे
खरसावां .कुचाई प्रखंड के मध्य विद्यालय कोर्रा तथा नव प्राथमिक विद्यालय जावबेड़ा में पक्का स्कूल भवन नहीं है. ग्रामीणों द्वारा इन स्कूलों का संचालन एक झोपड़ीनुमा कच्चे मकान में हो रहा है. निजी मकानों में संचालित हो रहे सरकारी विद्यालयों में बच्चे नियमित रूप से पहुंचते हैं. मध्य विद्यालय कोर्रा में एक से आठ तक की पढ़ाई होती है. यहां 43 बच्चों के लिए एक शिक्षक व एक सहायक शिक्षक (पारा शिक्षक) की पदस्थापना की गयी है. वहीं नव प्राथमिक विद्यालय जावबेड़ा एक से पांच तक की पढ़ाई होती है. यहां 27 बच्चों के लिए एक सहायक शिक्षक (पारा शिक्षक) की पदस्थापना की गयी है.पहाड़ियों की तलहटी में बसा है कोर्रा व जावबेड़ा:
रोलाहातु पंचायत की सीमा पर कोर्रा व जावबेड़ा गांव बसा है. पहाड़ियों से घिरे दोनों गांवों से कुछ दूरी पर खूंटी जिला के अड़की प्रखंड की सीमा शुरू होती है. यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. पिछले वर्ष 29 सितंबर को उपायुक्त रविशंकर शुक्ला व विधायक दशरथ गागराई ने कोर्रा में जनता दरबार लगाया था. इसके बाद कोर्रा व जावबेड़ा में स्कूल भवन निर्माण की योजना की मंजूरी दी थी. छह माह से अधिक बीत गये लेकिन भवन निर्माण शुरू नहीं हो सका.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

