मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने समेत अन्य मांग, ओपीडी रही बंद
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डॉक्टरों ने किया काम का बहिष्कार काम बहिष्कार करते चिकित्सक. बंद पड़ा ओपीडी.
मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने समेत अन्य मांग, ओपीडी रही बंद सरायकेला : मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर जिला के सभी 115 सरकारी चिकित्सकों ने बुधवार को काम का बहिष्कार किया, जो शुक्रवार तक चलेगी. सभी चिकित्सकों के काम बहिष्कार करने से सदर अस्पताल में ओपीडी बंद रही. हालांकि इमरजेंसी […]
सरायकेला : मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर जिला के सभी 115 सरकारी चिकित्सकों ने बुधवार को काम का बहिष्कार किया, जो शुक्रवार तक चलेगी. सभी चिकित्सकों के काम बहिष्कार करने से सदर अस्पताल में ओपीडी बंद रही. हालांकि इमरजेंसी व इन डोर की सेवा चालू रही.
चिकित्सक संघ के जिला उपाध्यक्ष डॉ प्रियरंजन ने बताया कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर चिकित्सकों ने सरकार के समक्ष कई बार अपनी मांग रखी. लेकिन सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है, जो निंदनीय है. डॉ प्रियरंजन ने बताया कि चिकित्सकों के तीन दिन तक काम बहिष्कार के बावजूद अगर सरकार ने कोई ठोस निर्णय नहीं लिया, तो दो अक्तूबर को सूबे के सभी चिकित्सक अपने पद से त्याग पत्र देंगे. सदर अस्पताल में डॉ खेलाराम हेंब्रम, मो खालिद, डॉ मनोज कुमार समेत सभी चिकित्सकों ने काम का बहिष्कार किया. 250 से 300 मरीज हुए प्रभावित. चिकित्सकों द्वारा किए जा रहे काम बहिष्कार के पहले दिन सदर अस्पताल में 250 से 300 सामान्य मरीज प्रभावित हुए. इधर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजनगर में ओपीडी बंद रहा. इनडोर आम दिनों की तरह चला. ओपीडी बंद रहने से मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.
चिकित्सकों की प्रमुख मांग
मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू हो.
डायनेमिक एसीपी का लाभ दिया जाये.
डॉक्टरों का 12 घंटे की ओपीडी ड्यूटी को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाये.
डॉक्टरों के निजी प्रेक्टिस पर रोक हटायी जाये.
डॉक्टरों के सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति की जाये.
सेकेंड मेधा सूची पर 10% भी नामांकन नहीं
पीजी पार्ट वन
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