साहिबगंज कॉलेज में प्रभात खबर की पहल पर साइबर जागरुकता कार्यक्रम, बोले वक्ता संवाददाता, साहिबगंज डिजिटल युग में साइबर अपराध एक गंभीर चुनौती बन चुका है. मोबाइल, लैपटॉप और इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के साथ ही साइबर अपराधी भी नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने में जुटे हैं. इससे बचाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपाय सतर्कता और जागरूकता है. इसी उद्देश्य से प्रभात खबर द्वारा जन आंदोलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो मंगलवार को साहिबगंज महाविद्यालय के एसटी-एससी हॉस्टल प्रांगण में संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाग लिया और विद्यार्थियों को साइबर अपराध से बचने के लिए महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं. इस अवसर पर एसडीपीओ किशोर तिर्की, मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार कुशवाहा, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष पी.एन. तिवारी और बीएड कॉलेज के प्रभारी डॉ. डेविड यादव उपस्थित रहे. कार्यक्रम में साइबर सेल के नगर थाना प्रभारी एवं साइबर विशेषज्ञ अमित कुमार गुप्ता ने विद्यार्थियों को साइबर फ्रॉड से सुरक्षित रहने के लिए उपयोगी टिप्स दिये. कार्यक्रम की शुरुआत प्रभात खबर के ब्यूरो चीफ सुनील ठाकुर के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने इस जन आंदोलन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला. मंच संचालन रंजन कुमार ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन राजा नसीर द्वारा किया गया. इस दौरान अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष पी.एन. तिवारी, बीएड कॉलेज के प्रभारी डॉ. डेविड यादव, सचिव सच्चिदानंद मिश्रा, छात्रावास के पूर्व छात्र नायक विनोद मुर्मू, मनोहर टुडू, पोलुस मुर्मू, मोहन मुर्मू, विकास मुर्मू और डॉ. भीमराव अंबेडकर छात्रावास एवं खरवार छात्रावास के अनेक छात्र उपस्थित रहे. साइबर अपराध से बचाव के उपाय साइबर एक्सपर्ट इंस्पेक्टर अमित कुमार गुप्ता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि साइबर अपराध को कोई अजेय संकट न समझें, बल्कि इसके प्रति सतर्क और जागरूक रहना आवश्यक है. उन्होंने बताया कि इंटरनेट हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, लेकिन इसका सही और सुरक्षित उपयोग करना बेहद जरूरी है. साइबर एक्सपर्ट ने दिये टिप्स इंटरनेट का उपयोग ज्ञानवर्धन और डिजिटल वर्ल्ड से अपडेट रहने के लिए करें. किसी भी संदिग्ध लिंक या अनजान मैसेज पर क्लिक करने से बचें, अपनी निजी जानकारी सोशल मीडिया या अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर साझा करने से पहले सावधानी बरतें, अगर किसी प्रकार का साइबर फ्रॉड हो जाए तो राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर तुरंत शिकायत दर्ज करें या 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें, उन्होंने डिजिटल अरेस्ट की बारीकियों पर भी विस्तार से चर्चा की, जिससे विद्यार्थी साइबर सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्क हो सकें. ———————————————————- समाज में साइबर जागरुकता की आवश्यकता आज के दौर में साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसकी रोकथाम और इससे बचने के उपायों की जानकारी समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना बेहद जरूरी है. प्रभात खबर का यह जन-आंदोलन न केवल विद्यार्थियों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक सराहनीय पहल है, जिससे साइबर अपराध के खिलाफ एक मजबूत जागरूकता अभियान चलाया जा सके. इस तरह के आयोजनों से न केवल डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि लोग अपने ऑनलाइन गतिविधियों के प्रति अधिक सतर्क रहकर साइबर अपराधों से बच सकेंगे. ——————————————————————————— साइबर अपराध का शिकार होने पर क्या करें : एसडीपीओ एसडीपीओ किशोर तिर्की ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार हो जाता है, तो उसे तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके पूरी घटना की जानकारी देनी चाहिए. इस कॉल के दौरान बैंक से जुड़े विवरण पूछे जा सकते हैं, ताकि संबंधित खाते को तुरंत होल्ड किया जा सके. इससे ठगी गई राशि को वापस पाने की संभावना बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि, भारत सरकार द्वारा इस दिशा में कई अहम कदम उठाए गए हैं, जिनमें प्रतिबिंब पोर्टल भी शामिल है. इस पोर्टल के जरिए साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबरों की पहचान कर उन्हें ट्रैक किया जाता है. वर्तमान में ऐसे कई मामले जांच के अधीन हैं, जिनमें आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है. —————————————————————————– साइबर अपराध के लिए अपनाये जा रहे नये तौर-तरीके, बचने की जरूरत: मुख्यालय डीएसपी मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार कुशवाहा ने साइबर अपराध के बदलते स्वरूप के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पहले साइबर अपराधी एटीएम कार्ड, ओटीपी और बैंकिंग धोखाधड़ी के जरिए लोगों को ठगते थे, लेकिन अब वे वीडियो कॉल के जरिए चेहरे रिकॉर्ड कर एडिटिंग करके ब्लैकमेल करने जैसे नए हथकंडे अपना रहे हैं. इसके अलावा, फर्जी लिंक और फाइल डाउनलोडिंग भी एक आम साइबर अपराध बन चुका है. अपराधी अमिडेक्स फाइल जैसी खतरनाक फाइलें डाउनलोड करवाकर मोबाइल को पूरी तरह से हैक कर लेते हैं. यहां तक कि कई बार ठग पहले ही खाते में पैसे आने का संदेश भेज देते हैं, जिससे व्यक्ति भ्रमित होकर उनके द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक कर देता है और उसके खाते से पैसे कट जाते हैं. —————————————————————————- सावधानियों का पालन करने की जरूरत: नगर थाना प्रभारी नगर थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि साइबर अपराध से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियों का पालन करना आवश्यक है, जैसे किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें. बैंक कभी भी कॉल कर ओटीपी या पासवर्ड नहीं मांगता, ऐसे किसी भी कॉल से बचें. अनजान लोगों के साथ निजी जानकारी साझा न करें. किसी भी नए ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी प्रामाणिकता जांचें. सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें. ——————————————————————————– साइबर एक्सपर्ट सरोज झा ने बताये साइबर अपराध के प्रकार और उनके खतरे साइबर एक्सपर्ट सरोज झा के अनुसार, साइबर अपराध मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं: 1. हैकिंग – किसी व्यक्ति के डिजिटल उपकरण या डेटा को बिना अनुमति एक्सेस करना. 2. धोखाधड़ी – नकली वेबसाइट, ईमेल या कॉल के जरिए वित्तीय ठगी. 3. उत्पीड़न (हरासमेंट) – सोशल मीडिया या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मानसिक प्रताड़ना. 4. पहचान की चोरी – किसी व्यक्ति की निजी जानकारी चुराकर गलत तरीके से इस्तेमाल करना. इसके अलावा, साइबर अपराधियों द्वारा किए जाने वाले कुछ अन्य गंभीर अपराध इस प्रकार हैं: साइबर स्टॉकिंग: अपराधी बार-बार अलग-अलग आईडी बनाकर किसी व्यक्ति को परेशान करते हैं और ब्लैकमेल करते हैं. साइबर बुलिंग: सोशल मीडिया पर दोस्ती बढ़ाने के बाद ब्लैकमेलिंग करना, जिससे कई लोग मानसिक तनाव में आ जाते हैं. साइबर पोर्नोग्राफी: अश्लील सामग्री को ऑनलाइन प्रसारित करना या डाउनलोड करवाना. ———————————————————————- साइबर अपराध पर घबरायें नहीं, थाने में दें शिकायत: डॉ डेविड यादव बीएड कॉलेज के प्रभारी डॉ. डेविड यादव ने छात्रों को जागरूक करते हुए बताया कि साइबर अपराध का शिकार होने पर घबराने के बजाय त्वरित कार्रवाई करें. नजदीकी थाना में शिकायत दर्ज कराएं और टोल फ्री नंबर या साइबर हेल्पलाइन का उपयोग करें. उन्होंने प्रभात खबर के इस मुहिम की सराहना की और कहा कि बच्चे न सिर्फ खुद जागरूक हों बल्कि अपने दोस्तों और समाज को जागरूक करें. मोबाइल फोन का करें सही उपयोग: डॉ सच्चिदानंद मिश्रा झारखंड राजभाषा साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. सच्चिदानंद मिश्रा ने कहा कि इंटरनेट और मोबाइल का सही उपयोग करें, दुरुपयोग नहीं. कोई भी संदेश या लिंक बिना पुष्टि के दूसरों को फॉरवर्ड न करें. डिजिटल सुरक्षा के लिए जागरुकता जरूरी: पोलुस मुर्मू छात्र नेता पोलुस मुर्मू ने बताया कि इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के साथ साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए डिजिटल सुरक्षा को लेकर जागरूक रहना बेहद जरूरी है. डिजिटल अरेस्ट से घबरायें नहीं, शिकायत करें : विनोद पूर्व छात्र नायक विनोद मुर्मू डिजिटल अरेस्ट से घबरायें नहीं, शिकायत करें व्यक्तिगत विवरण कभी न दें. सभी छात्र नजदीकी थाना में जाकर सूचना दे और कोई भी लेनदेन ना करें.
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