साहिबगंज.
बीच शहर की जाम समस्या पर सीधा प्रहार :
साहिबगंज शहर की सबसे बड़ी समस्या यह रही है कि रेलवे लाइन शहर को दो हिस्सों में बांट देती है. एक सड़क से दूसरी सड़क तक पहुंचने के लिए लोगों को लंबा चक्कर लगाना पड़ता है या फिर ओवरब्रिज पर ट्रैफिक दबाव झेलना पड़ता है. नतीजा यह होता है कि दिन के अधिकांश समय शहर के मध्य भाग में भयंकर जाम की स्थिति बनी रहती है. अब प्रस्तावित अंडरपास के निर्माण से शहर के बीचों-बीच सीधी कनेक्टिविटी बहाल होगी, जिससे जाम की समस्या को जड़ से खत्म करने की दिशा में यह एक बड़ा और कारगर कदम माना जा रहा है.पुराने अंडरपास से नए समाधान तक का सफर :
तकनीकी रूप से सुरक्षित और आधुनिक निर्माण :
रेलवे की ओर से प्रस्तावित अंडरपास आधुनिक तकनीक से बनाया जाएगा, ताकि यातायात के साथ-साथ रेल परिचालन भी पूरी तरह सुरक्षित रहे. प्रीकास्ट आरसीसी बॉक्स के जरिए निर्माण होने से काम तेज, मजबूत और दीर्घकालिक होगा. यह अंडरपास न केवल आम नागरिकों बल्कि एंबुलेंस, दमकल और अन्य आपात सेवाओं के लिए भी बेहद उपयोगी साबित होगा.सामाजिक सरोकार से जुड़ा फैसला :
स्थानीय नागरिकों का मानना है कि यह केवल एक निर्माण कार्य नहीं, बल्कि सामाजिक सरोकार से जुड़ा फैसला है. इससे छात्रों, मरीजों, व्यापारियों और कामकाजी लोगों का समय बचेगा और शहर की रफ्तार को नयी दिशा मिलेगी. शहर के कई सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों ने इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे कार्यों से लोगों का रेलवे पर भरोसा और मजबूत हुआ है.रेलवे के प्रति आभार, डीआरएम को धन्यवाद :
स्थानीय लोगों ने इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए पूर्वी रेलवे, मालदा मंडल के प्रति आभार जताया है. खासकर मालदा के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) मनीष कुमार गुप्ता को धन्यवाद देते हुए कहा गया है कि उनके नेतृत्व में रेलवे साहिबगंज की पुरानी गौरवशाली पहचान को वापस लाने की दिशा में लगातार सकारात्मक भूमिका निभा रही है. लोगों का कहना है कि रेलवे अब सिर्फ ट्रेनों तक सीमित नहीं रहकर शहर के समग्र विकास में भागीदार बन रही है, जो साहिबगंज के भविष्य के लिए शुभ संकेत है.उम्मीदों के साथ आगे :
अब शहरवासियों की निगाहें इस पर टिकी हैं कि संयुक्त सर्वेक्षण के बाद अंडरपास निर्माण कार्य जल्द शुरू हो और समयबद्ध तरीके से पूरा हो. यदि यह योजना सफलतापूर्वक लागू होती है, तो आने वाले समय में साहिबगंज को जाम मुक्त, सुगम और विकसित शहर के रूप में पहचान मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

