साहिबगंज. चौकीदार नियुक्ति प्रक्रिया के लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की शारीरिक जांच एवं दौड़ सोमवार की सुबह 7 बजे से सिदो-कान्हू स्टेडियम में शुरू हुई. चौकीदार भर्ती परीक्षा- 2024 विज्ञापन संख्या-01/24 की लिखित परीक्षा- 19 जनवरी 2025 को ली गयी थी. परीक्षा में कुल 946 अभ्यर्थी सफल हुए थे. लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की शारीरिक जांच एवं दौड़ सिदो-कान्हू स्टेडियम में 07 से 12 अप्रैल 2025 तक सुबह 6:00 से 10:00 तक कराया जायेगा. शारीरिक दक्षता परीक्षा जांच समिति में अपर समाहर्ता गौतम कुमार भगत, अनुमंडल पदाधिकारी अमरजॉन आइन्ड, अनुमंडल पदाधिकारी राजमहल सदानंद महतो, जिला नियोजन पदाधिकारी पंकज झा, पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार कुशवाहा एवं श्रम अधीक्षक धीरेंद्रनाथ महतो हैं. दौड़ के प्रथम दिन 237 अभ्यर्थियों में 11 अनुपस्थित थे. कुल 226 अभ्यार्थियों की शारीरिक, दौड़ एवं साइकिल चलाने की परीक्षण किया गया, जिसमें 102 अभ्यर्थी सफल हुए. सभी प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में करायी गयी. साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई गयी. रौल नंबर के अनुसार एक बार में 30-30 अभ्यर्थियों को दौड़ाया गया. दौड़ 1600 मीटर का था, जो अभ्यर्थी 1600 मीटर का दौड़ 5 मिनट में पूरा किया उसे 20 अंक दिया गया. वहीं जो अभ्यर्थी 6 मिनट में 1600 मीटर दौड़ पूरा किया उसे 10 अंक दिया गया एवं जो अभ्यर्थी 6 मिनट के बाद दौड़ पूरा किया उसे डिसक्वालिफाइड किया गया. अभ्यर्थियों का रौल नंबर और दौड़ नंबर लगाने के लिए ओपन जिम स्थान में 06 टेबल लगाए गए थे. अभ्यर्थी अपने-अपने रौल नंबर के अनुसार अंकित टेबल में जाकर उपस्थिति दर्ज करायी एवं आवश्यक दस्तावेजों का सत्यापन कराया. ओपन जिम से सत्यापन कराने के उपरांत ऊंचाई का परीक्षण किया गया. ऊंचाई क्वालिफाई होने के उपरांत ही दौड़ के लिए अंदर स्टेडियम में अभ्यर्थियों को प्रवेश कराया गया. वहीं डीसी हेमंत सती पहुंचकर दौड की प्रक्रिया की जानकारी ली. प्रथम दिन के शारीरिक प्रशिक्षण के बाद सभी कागजातों वीडियो फुटेज को बक्से में सील करा कर जिला कोषागार में सुरक्षित रखा गया. इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सतीश चंद्रा, परियोजना निदेशक आइटीडीए संजय कुमार दास, अपर समाहर्ता गौतम भगत आदि मौजूद रहे. दौड़ के क्रम में एक अभ्यर्थी हो गये बेहोश साहिबगंज. दौड़ के क्रम में एक अभ्यर्थी बेहोश हो गये थे, जिसे गृह रक्षक जवान पप्पू मरांडी ने कंधे पर लाकर उसका प्राथमिक उपचार कर उसे होश में लाया. पदाधिकारियों ने उनके कार्य को बहुत सराहा. शारीरिक परीक्षण के समय सभी पदाधिकारी, प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी, पुलिस के जवान अपने कार्य के प्रति मुस्तैद दिखे. उपायुक्त स्वयं इस परीक्षण कार्य में उपस्थित थे. वह समय-समय पर पदाधिकारियों व दंडाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे.
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