बरहरवा. भाद्रपद अष्टमी की मध्यरात्रि को बरहरवा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाया गया. इसे लेकर सुबह से ही श्रीकृष्ण मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. शहर के प्रसिद्ध ठाकुरबाड़ी श्रीकृष्ण मंदिर में विशेष तैयारियां की गई थी. पुजारी पंडित बिक्रम शर्मा ने बताया कि हमारे पूर्वजों ने करीब 250 वर्ष पहले ठाकुरबाड़ी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाना शुरू किया था. जिसे आज भी ठाकुरबाड़ी परिवार द्वारा बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है. ठाकुरबाड़ी में शनिवार की रात्रि 10 बजकर 40 मिनट में अभिषेक पूजन, रात्रि 12 बजे महाआरती एवं प्रसाद वितरण किया गया. इस दौरान नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की…., हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की…, हे कृष्ण गोबिंद हरे मुरारी आदि गीत बजते रहे. साथ ही भक्तों ने प्रभु श्रीकृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे महामंत्र का जाप भी किया. वहीं, शहर के कुशवाहा टोला काली मंडप, बोहरा शिव मंदिर, रेलवे फाटक के निकट राम सीता मंदिर आदि मंदिरों में भी जन्माष्टमी की रौनक रही. वहीं, लोगों ने अपने-अपने घरों में नन्हे लड्डू गोपाल को आकर्षक रूप से सजाकर भी उल्लासपूर्वक जन्माष्टमी का त्योहार मनाया. कई बच्चों ने राधा और कृष्ण का वेश धारण किया, जो मनमोहक लग रहे थे. इधर, जन्माष्टमी को लेकर सुबह से ही पूजा व मिठाई दुकानों में भारी भीड़ रही. लोग लड्डू गोपाल के पोशाक, गहने, मुकुट व अन्य सजावट के समान और विभिन्न प्रकार की मिठाईयां खरीदते नजर आये.
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