उधवा. प्रखंड के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बुधवार को जिला समाज कल्याण पदाधिकारी चित्रा यादव के निर्देशानुसार मंथन संस्था, मुख्यमंत्री सारथी योजना, चाइल्ड हेल्पलाइन के सहयोग से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के सशक्तिकरण पर विशेष जोर दिया गया. कार्यक्रम के अंतिम दिन भी बच्चियों को आत्मनिर्भर बनने, आत्मरक्षा के कौशल सीखने तथा कठिन परिस्थितियों में साहस के साथ खड़े होने के लिए प्रेरित किया गया. बाल विवाह, बाल श्रम और शोषण जैसी सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए सिर्फ सरकारी प्रयास ही नहीं, बल्कि पूरे समाज की भागीदारी जरूरी है. वहीं मुख्यमंत्री सारथी योजना की सेंटर ट्रेनर सुनैना कुमारी ने बताया कि मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत बालिकाओं को तीन महीने तक कौशल विकास के तहत विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है. सेंटर में बालिकाओं को प्रशिक्षण के बाद निजी क्षेत्र में रोजगार एवं स्वरोजगार का अवसर प्रदान किया जाता है. इस योजना के माध्यम से लड़कियों के लिए स्विंग मशीन ऑपरेटर, जनरल ड्यूटी सहायक, ब्यूटीशियन, फैशन डिजाइन, कंप्यूटर ट्रेनिंग आदि योजनाएं उपलब्ध हैं. कार्यक्रम के दौरान मंथन समन्वयक अमन वर्मा ने बच्चियों को गुड टच-बैड टच की समझ, बाल विवाह, बाल श्रम, यौन शोषण, पोक्सो एक्ट से संबंधित जानकारियां दी. वहीं चाइल्ड हेल्पलाइन के समन्वयक मो इकबाल द्वारा नशामुक्ति और किशोर न्याय अधिनियम जैसे महत्वपूर्ण विषयों की विस्तार से जानकारी दी गयी. वहीं शोभा कुमारी ने स्पॉन्सरशिप, फोस्टर केयर, आफ्टर केयर, दत्तक ग्रहण प्रक्रिया से संबंधित जानकारियां बच्चियों के बीच साझा की. वहीं बच्चियों के बीच एंटी साइबर क्राइम जैसी घटनाओं के बारे में जानकारी दी गयी और बताया कि अगर ऐसी घटनाएं उनके साथ होती है, तो 1930 पर इसकी सूचना दे सकते हैं. यह टोल फ्री नंबर है. मौके पर शिक्षक मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

