तालझारी. प्रखंड के तालझारी पंचायत अंतर्गत लखीपुर व विजय टोला मिलाकर करीब 100 परिवार मात्र दो कुआं के पानी पर निर्भर है, जो गर्मी के समय पानी सुख जाने पर झरना के पानी से लोग घरेलू काम करते हैं. इसकी जानकारी देते हुए लखीपुर गांव के ग्राम प्रधान साम मुर्मू ने बताया कि गांव में पानी की समस्या है. फिलहाल यहां के लोग कुआं के पानी पर निर्भर हैं, परंतु गर्मी बढ़ने पर कुआं का पानी सुख जाता है. ऐसे में लोगों को एक किलोमीटर दूर झरना का पानी लाना पड़ता है. गांव में सोलर जलमीनार की व्यवस्था की जाये तो पानी की समस्या से निजात मिल जाता. उन्होंने बताया कि 100 आबादी वाले लखीपुर गांव तक जाने के लिए पक्की सड़क नहीं है. मुख्य सड़क से गांव तक 5-6 किलोमीटर दूर है. सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर उखड़ गये है, जिससे लोगों का पैदल चलना भी दुर्लभ है. अगर बीमार पड़ जाये, तो मुख्य सड़क जाने में बड़ी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि करीब 10 वर्ष बागजोरी से लखीपुर गांव तक ग्रेड 1-2 से सड़क निर्माण कराया गया था. परंतु वर्तमान में सड़कों पर बड़े-बड़े व नुकीले पत्थर निकल आये हैं. वहीं बरसात में इस सड़क पर चलना काफी जानलेवा होता है. क्या कहते पंचायत के मुखिया लखीपुर गांव पहाड़ पर अवस्थित है, जहां चापानल को लेकर बोरिंग करना संभव नहीं है. क्योंकि उक्त गांव तक बोरिंग वाहन नहीं चढ़ पाता है. गांव में दो कुआं है, जिस पर पानी से लेकर घरेलू काम करते हैं. गांव में जगह-जगह पंचायत के फंड से पीसीसी सड़क निर्माण कराया गया है. परंतु मुख्य सड़क से गांव तक जाने के लिए सड़क नहीं है. लखीपुर गांव पानी के लिए दो कुआं है, जिस पर लोग घरेलू कार्य करते हैं. गर्मी में दिनों कुआं का पानी सुख जाता है और पानी की समस्या होती है. गांव में सोलर जलमीनार होने से पानी की समस्या से निजात मिल जाती. गांव तक जाने के लिए बड़े-बड़े रोड़े व नुकीले पत्थर जैसी सड़क कर पैदल जाना पड़ता है. साम मुर्मू, ग्राम प्रधान
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