साहिबगंज : जिले के दियारा क्षेत्रों में सीमांकन नहीं होने से रैयती किसान परेशान हैं. पूर्व मुखिया वैद्यनाथ सिंह ने बताया कि सरकारी अधिसूचना संख्या 6711-117/11 के अनुसार बिहार सीमा पर अवस्थित बलुआ दियारा, लाल बथानी, रामनगर, हादी नगर, मुरेला, रूप नगर, टोपरा, रामपुर सहित 14 मौजा को 26 जून 1930 को संताल परगना को दिया गया था. झारखंड बनने के बावजूद आज तक सीमा विवाद सुलझ नहीं सका है. पूर्व उपायुक्त के रवि कुमार ने अनुमंडलाधिकारी के नेतृत्व में सीमांकन दल का गठन किया था.
कुछ काम भी हुआ, लेकिन एसडीओ अंजनी कुमार के तबादले के बाद मामला शिथिल पड़ गया. नये अनुमंडलाधिकारी ने मामले में अंचलाधिकारी को पत्र लिख कर बाकी कार्य प्रारंभ करने का आदेश दिया है, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हो पाया है. दियारा क्षेत्रों में फसल लूटने की घटनाएं आज भी हो रही है. जमीन पर भू-माफियाओं व दबंगों का कब्जा है. इससे स्थानीय रैयती किसान परेशान हैं.