बरहरवा. वीर शहीद सिद्धो-कान्हू के जन्मस्थली भोगनाडीह में लौ वीर वैसी के सदस्य व वंशज के परिजन मिलकर 22 दिसंबर को संताल परगना का 169वां स्थापना दिवस मनायेंगे. इस समारोह में पाकुड़, साहेबगंज, गोड्डा, दुमका, जामताड़ा व देवघर से हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग व सभी राजस्व गांवों के ग्राम प्रधान मौजूद रहेंगे. इसको लेकर सिदो कान्हो मुर्मू के वंशज व लौ वीर वैसी के सदस्य तैयारी में जोर-शोर से लगे हैं. लौ वीर वैसी के सदस्य सह पूर्व जिप अध्यक्ष रामकृष्ण सोरेन, सदस्य जेम्स मरांडी ने संयुक्त रूप से बताया कि संताल परगना स्थापना दिवस के अवसर पर भोगनाडीह खेल मैदान में 22 दिसंबर को एक सभा का आयोजन किया गया है. एसपीटी व सीएनटी एक्ट में बदलाव पर होगी चर्चा
जिसमें एसपीटी व सीएनटी एक्ट में सरकार द्वारा किये गये बदलाव को लेकर चर्चा की जायेगी. साथ ही बैठक में संताल परगना स्वशासित परिषद के गठन की मांग सरकार से की जायेगी. सरकार द्वारा हमारे संस्कृति, भाषा, भौगोलिक स्थिति की एक विशेष पहचान मिले. इसकी भी मांग की जायेगी. सिदो-कान्हू की प्रतिमा को गंदा किये जाने के मामले में जो दोषी व्यक्ति जेल में बंद हैं उन्हें सरकार फांसी की सजा दे इसकी भी चर्चा की जायेगी.
किसी भी पार्टी का झंडा व बैनर-पोस्टर पर पाबंदी
लौ वीर वैसी के रामकृष्ण सोरेन ने कहा कि स्थापना दिवस कार्यक्रम में आदिवासी समाज के अलावे विभिन्न समुदाय के लोग भी इसमें हिस्सा ले सकते हैं. इस कार्यक्रम में किसी भी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता भी भाग ले सकते हैं. किंतु इसमें किसी भी पार्टी का झंडा, बैनर व पोस्टर व प्रमुख नेताओं का नाम नहीं रहेगा. खुले मंच पर सभी लोग आयेंगे और एकजुट होकर संताल परगना के विकास को लेकर विचार-विमर्श किया जायेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस कार्यक्रम में काफी संख्या में आदिवासियों की भीड़ भी जुटेगी. इसे लेकर लौ वीर वैसी के सदस्य वोलेंटियर की तैनाती भी करेगा और प्रशासन से मदद भी ली जायेगी.