पतना : प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों डायरिया का कहर फैला हुआ है. डायरिया से पीड़ित रोगी प्रत्येक दिन दर्जनों की संख्या में केंदुआ स्थित शीतल अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे हैं. जहां उनका इलाज किया जा रहा है. लेकिन मरीजों को दवा अस्पताल प्रबंधन द्वारा मुहैया नहीं करायी जा रही है. डायरिया से पीड़ित मरीजों को रिंगर लेक्टेट, नोर्मल स्लाइन, डीएनएस व ऑफ लोक्सासीन, ऑर्निडजोल स्लाइन जैसी महत्वपूर्ण दवा अस्पताल में नहीं रहने के कारण मरीजों को बाजार से खरीद कर लाना पड़ रहा है. जिससे प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों से पहुंचे मरीजों के परिजनों को काफी परेशानी हो रही है.
वहीं रांगा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक छोर पर रहने के कारण प्रखंड क्षेत्र के 80 फीसदी आबादी के पहुंच से बाहर है. गौरतलब हो कि बरसात के मौसम में डायरिया तेजी से फैलता है. रांगा सीएचसी में जून और 11 जुलाई तक डायरिया से मात्र दो मरीजों का ही इलाज अस्पताल में हुआ है. वहीं शीतल अस्पताल क्षेत्र के लोगों के पहुंच में है. लेकिन वहां मरीजों को दवा उपलब्ध नहीं हो पाती है. विगत तीन माह में शीतल अस्पताल में लगभग 400 डायरिया से पीड़ित मरीज अब तक पहुंच चुके हैं. वहीं सैकड़ों मरीजों गांव के ही झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराने को विवश हैं.