बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान ‘फैलिन’ ने साहिबगंज जिले में जमकर तबाही मचायी. पतना व बरहेट प्रखंड में तूफान का ज्यादा असर देखा गया. तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश से सैकड़ों घर गिर गये.
कई पेड़ भी जड़ से उखड़ गये हैं. प्रकृति के इस तबाही के मंजर का जायजा लेने भी मंगलवार को पदाधिकारी पहुंचे. सरकारी सहायता के रूप में पीड़ितों के बीच चूड़ा व गूड़ वितरण किया गया है. वर्षो जुगाड़ कर मेहनत से बसाये आशियाने के उजड़ने के बाद इसे फिर से बसाने में कम से कम अभी साल भर लगेंगे.
पतना/बरहेट : जम कर हुई बारिश से क्षेत्र की सभी नदियां उफान पर है. ताल तलैया लबालब भर गये हैं. हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. हालांकि मंगलवार को मौसम साफ हुआ तो लोगों ने राहत की सांस ली है. लेकिन रविवार शाम से जो प्रकृति ने अपना विकराल रूप धारण किया, इससे क्षेत्र के लोगों को भारी तबाही झेलनी पड़ी है. सैकड़ों परिवार बेघर हो गये हैं.
चक्रवाती तूफान से मची तबाही का जायजा लेने राजमहल अनुमंडल पदाधिकारी विधानचंद्र चौधरी मंगलवार को पतना प्रखंड के बड़तल्ला, नुरुडीह, शहरी, दुर्गापुर, तालझारी व मोदीकोला इलाका पहुंचे.