दूसरे दिन भी लापरवाह रहा बिजली विभाग, फूटा महिलाओं का गुस्सा
साहिबगंज : बिजली विभाग की लापरवाही से दूसरे दिन भी महिलाओं का गुस्सा नहीं थमा. शहर के वार्ड नंबर-24 अंतर्गत कुम्हार टोली की दर्जनों महिलाओं ने ट्रांसफॉर्मर बदलने की मांग को लेकर लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को विद्युत कार्यालय घेराव किया. महिलाओं को गुस्सा इतने में ही नहीं थमा.
अन्य अधिकारियों के नहीं मिलने पर उन्होंने कार्यालय में तोड़फोड़ की. इस दौरान महिलाओं ने मुख्य गेट में ताला जड़ दिया तथा कार्यालय के समक्ष एनएच-80 सड़क पर धरना पर बैठ गये. इससे सड़क घंटों जाम रही. गुरुवार को बिजली कार्यालय में तोड़–फोड़ करने के बाद भी विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं करने से महिलाएं नाराज थी.
एसी का किया घेराव
आक्रोशित महिलाएं शुक्रवार को हाथों में झाड़ू व डंडा लेकर एसी कार्यालय पहुंची. यहां उन्होंने एसी धीरेंद्र त्रिवेदी का घेराव किया. उन्होंने 100 केबी का ट्रांसफॉर्मर एक दिन में देने की बात कही थी, लेकिन लोग 200 केबी का ट्रांसफॉर्मर लगाने की मांग कर रहे थे. जेइ द्वारा घूस मांगने की बात पर एक बार सभी लोग फिर से विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता व जेइ के कार्यालय में पहुंचे. यहां अधिकारियों के नहीं रहने पर महिलाओं ने कुरसियां तोड़ डाली व पावर हाउस में जाकर तोड़फोड़ की.
बेंच–कुरसी तोड़े
महिलाओं ने बताया कि एक माह से हमलोग अंधेरे में रह रहे हैं. ट्रांसफॉर्मर जल गया है. कई बार विभाग को सूचना दी गयी, लेकिन हमारी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है. दूसरे दिन भी महिलाओं ने एक–एक कमरे में घुस कर पदाधिकारी को खोजा, लेकिन पदाधिकारी नहीं मिले.
इससे महिलाओं ने कार्यालय की सभी लाइट व पंखा बंद कर कार्यालय में जम कर हंगामा किया. दोपहर 12 बजे से टायर, बेंच व कुरसी जलाकर सड़क जाम कर दिया. इससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. वही दूसरी ओर हबीबपुर के भी लोग जाम के समर्थन में जुटे रहे. जाम में प्रमीला देवी, अरशद नसर सहित अन्य महिलाओं ने नारेबाजी की. जिरवाबाड़ी पुलिस मौके पर कैंप किये रहे. देर शाम तक सड़क जाम जारी था.
जेइ पर लगाया आरोप
महिलाओं ने बताया कि 28 जुलाई को विद्युत विभाग के जेइ अलका राज ने ट्रांसफॉर्मर लगाने पर 30 हजार रुपये की मांग की थी. जबकि जेइ अलका राज ने आरोप को बेबुनियाद बताया है.
एक माह से हैं अंधेरे में
पुरानी साहिबगंज के कुम्हार टोला का ट्रांसफॉर्मर जलने से पिछले एक माह से 200 से 250 विद्युत उपभोक्ता अंधेरे में रह रहे हैं. महिलाओं ने बताया कि बाढ़ आने के कारण मुहल्ले में प्राय: सांप निकलता है. इससे हमेशा अनहोनी की आशंका सताती रहती है.
नहीं मिले कोई भी पदाधिकारी
विद्युत विभाग के कार्यालय में हंगामा कर रही महिलाओं को कार्यालय में अधीक्षण अभियंता धीरेंद्र त्रिवेदी, कार्यपालक अभियंता हृदयानंद शर्मा, सहायक अभियंता अनुप बिहारी व जेई अलका राज दूसरे दिन भी नहीं मिले. बाद में अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पहुंचने पर उनका घेराव किया गया.
दो दिनों के अंदर समाधान : धीरेंद्र
विभाग के अधिक्षण अभियंता धीरेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि दो दिनों के अंदर उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान कर दिया जायेगा.
कर्मी हुए फरार, बाधित रही बिजली
पावर हाउस व कार्यालय में तोड़–फोड़ करने के बाद कार्यालय में कार्यरत सभी कर्मी फरार हो गये. पदाधिकारी भी नजर नहीं आये. इससे दोपहर 12 बजे से देर शाम तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही. सभी कर्मी व पदाधिकारी के नहीं रहने के कारण तीनों फीडर में विद्युत आपूर्ति बाधित रही. इससे आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
तोड़फोड़ की होगी प्राथमिकी : डीएसपी
डीएसपी शशिभूषण ने कहा कि सरकारी कार्य में बाधा व सरकारी कार्य को नुकसान पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जायेगा. किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि जेइ के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जायेगी.