साहिबगंज : झारखंड का एक मात्र जिला साहिबगंज जहां से होकर पतित पावनि मां गंगा की अविरल निर्मल धारा बहती है. रविवार सुबह छह बजे गंगा खतरे के निशान से 0.83 सेमी ऊपर बह रही थी. जिले में गंगा के जलस्तर का खतरे का निशान 27.25 सेमी रखा गया है. वही, रविवार को गंगा का जलस्तर 28.08 सेमी मापा गया. जिले में गंगा उफान पर है. जिससे जिले के कई इलाके के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.
इसकी वजह से लोग अपने जान माल के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि सोमवार की सुबह गंगा खतरे के निशान से 1 सेंटीमीटर ऊपर बहेगी. जिससे जिले के कई इलाके जलमग्न हो जायेंगे. सोमवार सुबह का फोरकास्टिंग 28.25 सेमी तक पहुंच जायेगा.
रिपोर्ट के अनुसार जिला बाढ़ प्रभावित हो चुका है. वहीं, सदर प्रखंड के शहरी इलाकों सहित ग्रामीण इलाकों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. गंगा भयावह रूप लेती जा रही है. अभी गंगा का जलस्तर में और भी बढ़ोतरी की संभावना है.
पटना बक्सर का पानी स्थिर है तो हाथीदा, मुंगेर, भागलपुर, कहलगांव में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. जिससे जिले के कई गांव प्रभावित हुए हैं. जिला प्रशासन ने साहिबगंज अंचल में 12, तालझारी अंचल में 04, राजमहल अंचल में 14, कुल 30 बाढ़ राहत शिविर बनाये हैं.