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उधवा : पुलिस ने गलतफहमी में निर्दोष को उठाया, सदमे में चल बसी मां
मोजीबुर शेख के बदले मजबूर शेख नाम के व्यक्ति को उठाया था मां की मौत की सूचना पर पुलिस ने शख्स को छोड़ा, मांगी माफी उधवा : राधानगर थाना पुलिस द्वारा वारंट के नाम पर बेगुनाहों को अनावश्यक रूप से परेशान करने का आरोप क्षेत्र के लोगों ने लगाया है. राधानगर थाना पुलिस रविवार रात्रि […]
मोजीबुर शेख के बदले मजबूर शेख नाम के व्यक्ति को उठाया था
मां की मौत की सूचना पर पुलिस ने शख्स को छोड़ा, मांगी माफी
उधवा : राधानगर थाना पुलिस द्वारा वारंट के नाम पर बेगुनाहों को अनावश्यक रूप से परेशान करने का आरोप क्षेत्र के लोगों ने लगाया है. राधानगर थाना पुलिस रविवार रात्रि में थाना क्षेत्र के जंगलपाड़ा से लाल वारंट के आधार पर मोजीबुर शेख के बदले मजबूर शेख (45) को उठा लायी. गिरफ्तारी के दौरान परिवार के सदस्यों ने विरोध किया, लेकिन पुलिस किसी की नहीं सुनी. इस सदमे से मजबूर शेख की मां बानू बीबी (65) पति मज्जर शेख ने दम तोड़ दिया.
जब इस बात की सूचना मिली, तो पुलिस ने बचने के लिए मजबूर को छोड़ दिया. इससे पूर्व रविवार की रात में ही उधवा कचहरी घाट निवासी बद्रीनारायण साहा के पुत्र संजय गुप्ता (46) को भी उसकी पत्नी द्वारा विरोध करने के बावजूद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जब इसकी सूचना ग्रामीणों को हुई तो ग्रामीणों ने जबरदस्त विरोध किया तथा पुलिस से गिरफ्तारी वारंट दिखाने की मांग की. जिसे पुलिस नहीं दिखा पायी. ऐसे में पुलिस ने तुरंत संजय गुप्ता को छोड़ दिया.
जंगलपाड़ा में वृद्ध महिला की मौत की घटना के बाद लोग पुलिस के इस अमानवीय हरकत के विरोध में गोलबंद होने लगे हैं. हालांकि राधानगर थाना प्रभारी प्रयाग दास द्वारा गलती स्वीकार कर लिए जाने के बाद तत्काल लोग शांत हो गये हैं. पुलिस 10 साल पुराने एक मामले में उधवा जंगलपाड़ा निवासी मोजीबुर शेख को गिरफ्तार करने गयी थी. वारंट में मोजीबुर शेख के पिता का नाम उल्लेखित नहीं है. ऐसे में पुलिस ने बिना सत्यापन देर रात छापेमारी की.
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