बौंसी : प्रखंड क्षेत्र में दो महिलाओं की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. पुलिस अंधेरे में सुराग तलाशने का कार्य कर रही है. लेकिन अब तक पुलिस को इस दिशा में कुछ भी हासिल नहीं हो पाया है. जानकारी हो कि 4 मार्च को बौंसी थाना क्षेत्र के हरियारी […]
बौंसी : प्रखंड क्षेत्र में दो महिलाओं की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. पुलिस अंधेरे में सुराग तलाशने का कार्य कर रही है. लेकिन अब तक पुलिस को इस दिशा में कुछ भी हासिल नहीं हो पाया है. जानकारी हो कि 4 मार्च को बौंसी थाना क्षेत्र के हरियारी गांव में रविंद्र दास की पत्नी बुजुर्ग महिला चैनतारा दास को अपराधियों ने चाकुओं से गोद कर मार डाला था. हत्या के 2 सप्ताह हो जाने के बाद भी पुलिस अब तक अपराधी को नहीं पकड़ सकी है.
हालांकि पुलिस लगातार आस-पास के गांव में छापामारी कर हत्यारे को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है. उधर हत्या के बाद से ग्रामीण इतने सहमे हुए हैं कि वह रतजगा कर पहरेदारी कर रहे हैं. दूसरी ओर 14 मार्च को बंधुआकुरवा थाना क्षेत्र के भलुआबदार गांव में पति द्वारा पत्नी को पीट-पीटकर हत्या कर दिये जाने के मामले में पुलिस अब तक हत्यारे पति को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. हत्या के बाद मृतका के पिता एवं भाइयों के द्वारा अवैध संबंध की बात बतायी जा रही है.
कहा जा रहा है कि उनके दामाद जनार्दन यादव का किसी महिला से अवैध संबंध था. इसका विरोध करने पर उसकी पुत्री की हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद पिता के द्वारा अपने दामाद व उनके भाइयों पर मारपीट कर हत्या किये जाने का आरोप लगाया गया है. लेकिन हत्या के 3 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ना तो हत्या के कारणों का पता लगा पायी है ना ही पुलिस को घटनास्थल से कोई सबूत ही मिल पाया है. दोनों हत्यारे के फरार होने से जहां पुलिस की परेशानी बढ़ी हुई है वहीं आम लोग भी सहमे हुए हैं.
सड़क पर अतिक्रमण से आजिज ग्रामीणों ने किया जोरदार प्रदर्शन
अब तक प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश
धोरैया : ग्रामीण सड़क पर गांव के ही कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण किये जाने से नारकीय जीवन जी रहे जयपुर पंचायत के लक्ष्मीकित्ता गांव के ग्रामीण प्रशासन से खासे नाराज हैं. उनके सब्र का बांध अब टूट रहा है. शुक्रवार को करीब दर्जनों की संख्या में ग्रामीण अंचल कार्यालय धोरैया पहुंचे और प्रखंड प्रशासन के विरूद्ध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने सीओ विरेंद्र कुमार से मिलकर जल्द से जल्द मामले के निष्पादन की गुहार लगायी. समस्याओं को लेकर अंचल कार्यालय पहुंचे ग्रामीण संतोष रजक, विंदेश्वरी ठाकुर, अरुण साह, हिलधर रजक, मदन पासवान, सुरेश साह आदि ने बताया कि गांव के गुरुदेव रजक के घर से खलील के पोखर तक सड़क पर ही दबंगों द्वारा चहारदीवारी दे दी गयी है. नांद व चापाकल का पानी भी सड़क पर बहाया जा रहा है.
अतिक्रमण के कारण ग्रामीण घरों में ही कैद होने को विवश हैं. ग्रामीणों ने समस्या समाधान के लिए एक हस्ताक्षरयुक्त आवेदन बीडीओ, सीओ व प्रखंड प्रमुख को दिया. सड़क पर अतिक्रमण व गंदे नाली के पानी बहाव के कारण लोगों को गांव जाने में गंदे पानी होकर गुजरना पड़ता है. बीमार मरीजों के लिये एंबुलेंस गांव नहीं पहुंच पाती.
महिलाओं ने कहा कि गांव में शादी के लिये आये रिश्तेदार भी नांक भांव सिकोड़ते आते हैं. गौरतलब हो कि कुछ माह पूर्व इस गंभीर समस्या को लेकर सैकडों महिलाओं ने अंचल कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया था. तब सीओ की अनुपस्थिति में बीडीओ ने गांव पहुंचकर मामले का जायजा लिया था. कहते हैं सीओ : सीओ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि जांच किया जा रहा है. वे भी गांव की हालत देख चुके हैं. राजस्व कर्मचारी के रिपोर्ट उपरांत कार्रवाई होगी.