साहिबगंज : कोई जीये या मरे हमें क्या लेना-देना मुझे तो बस अपनी ड्यूटी पूरी करनी है. इसी सोच के साथ जिला अस्पताल में प्रतिनियुक्त ड्रेसर अपने फर्ज का निर्वहन कर रहे हैं. शहर के झरना कॉलोनी निवासी सोमी चटर्जी (25 वर्ष) को घायलवस्था में उनकी मां इलाज कराने के लिये बुधवार को जिला सदर अस्पताल लेकर आयीं थीं.
घायल सोमी को डॉ एन सांगा ने देख कर दवा लिखा और ड्रेसिंग कराने को भेजा. जब सोमी को उसकी मां ड्रेसिंग कराने पहुंची तो वहां कोई ड्रेसर नहीं था. काफी देर तक इंतजार के बाद महिला अपनी बेटी को लेकर पुन: डॉक्टर के पास पहुंची और ड्रेसर नहीं रहने की बात बतायी. ज्ञात हो कि सोमी के हाथ में पेचकस घुस जाने से वह घायल हो गयी थी. मामले को लेकर डॉ एन सांगा ने बताया कि यह बात सही है कि ड्रेसर नहीं रहने के कारण घायल की ड्रेसिंग नहीं हो पायी है.