Ek Gaon Ek Fasal Yojana : (मनोज सिंह) झारखंड का कृषि विभाग इस बार बिरसा फसल विस्तार योजना के तहत एक गांव-एक फसल योजना पर काम करेगा. इसके लिए 100 गांव का चयन किया जायेगा. इसके लिए क्लस्टर अप्रोच में गांव का चयन होगा. पहले छोटे-छोटे रकबों में अलग-अलग फसलों का प्रत्यक्षण होता था. इस कारण इसका असर नहीं दिखता था. विभागीय मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने इस बार अधिकारियों को इस योजना के तहत एक गांव-एक फसल योजना पर काम करने का निर्देश दिया है. इसके तहत एक गांव में एक ही प्रकार की फसलों का प्रत्यक्षण होगा. उप कृषि निदेशक (योजना) ने इससे संबंधित पत्र सभी जिलों के जिला कृषि पदाधिकारी तथा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी को लिखा है.
तेलहन के लिए 16101 हेक्टेयर जमीन का चयन
विभाग ने तय किया है कि सभी जिलों के 100 गांवों में कुल 16101 हेक्टेयर जमीन पर तेलहन की खेती होगी. किसानों को प्रति हेक्टेयर छह किलो तेलहन का बीज दिया जायेगा. टरफा के तहत 50 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से किसानों के बीच चना बीज का वितरण होगा. कुल 5710 हेक्टेयर में टरफा के तहत चना दाल बांटी जायेगी. एनएफएसएनएम के तहत तीन हजार हेक्टेयर में चना बीज बांटा जायेगा. 1900 हेक्टेयर में मसूर का बीज टरफा के तहत बांटा जायेगा. करीब 1600 हेक्टेयर में एनएफएसएनएम के तहत मसूर बीज बांटा जायेगा. करीब 1900 हेक्टेयर टरफा के तहत मूंग का बीज बांटा जायेगा. सभी बीजों का वितरण करने के लिए 100-100 गांव का चयन किया गया है.
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खरीफ के चयनित किसानों को नहीं मिलेगा लाभ
खरीफ सीजन में जिस गांव को सरकारी स्कीम का लाभ मिला है, उनको लाभ नहीं दिया जायेगा. विभागीय मंत्री को जानकारी मिली था कि कई बार एक ही गांव के किसानों को लाभ दिया जाता था. इससे स्कीम का असर नहीं दिखता था.

