विशेष संवाददाता (रांची). झामुमो ने केंद्र सरकार और भाजपा पर इडी व सीबीआइ के बाद अब चुनाव आयोग के जरिये राज्य सरकार को फिर से अस्थिर करने का आरोप लगाया है. झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जिस प्रकार से इलेक्शन कमीशन की टीम झारखंड आयी और बैठकें कर रही है, इससे पदाधिकारियों में भ्रम और भय पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है. अगर झारखंड में जबरन समय से पहले चुनाव थोपने का प्रयास हुआ, तो झामुमो उसका मुंहतोड़ जवाब देगा.
छठ तक चुनाव संभव नहीं
उन्होंने कहा कि झारखंड में धार्मिक, सांस्कृतिक व भौगोलिक दृष्टिकोण से छठ तक चुनाव संभव नहीं है. आखिरकार भाजपा को किस बात का डर है. पूरे देश में हर स्टेट का विधानसभा चुनाव का शिड्यूल बना हुआ है. इसमें केंद्र सरकार क्यों छेड़छाड़ करना चाह रही है. इसका जवाब भाजपा को देना चाहिए. भाजपा नहीं चाहती है कि राज्य की सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचे. दरअसल यह पूरी साजिश झारखंड सरकार की घोषित योजनाएं और सरकारी नौकरी देने के शिड्यूल को देखते हुए किया जा रहा है, ताकि इसका लाभ जनता तक नहीं पहुंच पाये.इलेक्शन कमीशन झारखंड में 10 नवंबर से 20 दिसंबर तक कभी भी चुनाव करा ले
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि जुलाई से अगस्त के बीच श्रावण मास रहेगा. भादो में कृष्ण जन्माष्टमी, करमा सहित कई तरह के पर्व-त्योहार होते हैं. आश्विन में भी नवरात्र, दीपावली, काली पूजा, छठ है. यानी सात नवंबर तक त्योहार है. जुलाई से सितंबर तक खेती-बाड़ी का समय रहेगा. अब ऐसी स्थिति में चुनाव कराना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक होगा. उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन झारखंड में 10 नवंबर से 20 दिसंबर तक कभी भी चुनाव करा ले स्वागत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है