प्रतिनिधि, बुंडू बुंडू प्रखंड के आठ गांवों में पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल रांची पूर्वी के द्वारा रॉयल एसोसिएट नामक एजेंसी को एकल ग्राम जलापूर्ति योजना के तहत हर घर नल के माध्यम से पेयजल जलापूर्ति सुनिश्चित करने का आवंटन सौंपा गया था. लेकिन एजेंसी की लापरवाही और उदासीनता के कारण तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद कोई भी गांव में जलापूर्ति सुनिश्चित नहीं हो पायी है. जानकारी के अनुसार प्रखंड के आठ गांव रेलाडीह, खुदीमदुकम, अर्राडीह, छोटकोलमा, बानाबुरु, कांची, सिरकाडीह, गुटुहातू में रॉयल एजेंसी को समय अवधि पर कार्य पूरा करने का निर्देश विभाग ने दिया था. लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है. अब तक मात्र दो गांव अर्राडीह व छोटकोलमा में आनन-फानन में आधी अधूरी जलापूर्ति शुरू की गयी तो ग्रामीणों ने भारी विरोध किया. इधर कई गांवों में टंकियां बनाने का कार्य चल रहा है. पर खुदीमदुकम के ग्रामीणों ने बताया कि वहां अभी तक बोरिंग तक नहीं करायी गयी है. एजेंसी द्वारा लगाये गये मजदूर भी बाहरी बंग भाषी हैं. ग्रामीणों में दिलीप कुमार और राजेंद्र साहू ने बताया कि रेलाडीह में निर्माणाधीन टंकियां में गड़बड़ी की गयी है. गांव में बने चापानल सूखे गये हैं. योजना के तहत तीन वर्ष पहले बने घरों में लगे नल टूट गये हैं. ग्रामीणों को रायसा नदी से पानी लाना पड़ रहा है. जल एवं स्वच्छता विभाग के निर्माण कार्य के सुपरवीजन के लिए जिम्मेवार कनीय अभियंता विंदेश्वर प्रसाद ने कहा है कि एजेंसी द्वारा निर्माण कार्य के विलंब व अधूरी निर्माण कार्य पर कई बार नोटिस किया जा चुका है. अर्राडीह व छोटकोलमा में एजेंसी से अधूरे कार्य को फिर से कराया जा रहा है. श्री प्रसाद ने कहा कि घटिया निर्माण किया गया तो विभाग एजेंसी के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करेगा.
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