रांची. राजधानी में आम ग्राहक गैस बुकिंग के बाद भी सिलेंडर के लिए इंतजार करते रहते हैं. समय पर गैस मिले, यह जरूरी नहीं है. लेकिन अवैध गैस रिफलिंग करने वाले दुकानदारों को समय पर गैस पहुंचता है. यह नजारा शहर के लगभग हर क्षेत्र में देखने को मिल जायेगा. ऐसी दुकानों पर गैस एजेंसी के वेंडर ऑटो लेकर सबसे पहले पहुंचते हैं. आम उपभोक्ताओं को बिना बुकिंग गैस नहीं मिलता, लेकिन अवैध रिफलिंग करने वालों को जितना चाहें, उतना सिलेंडर मिल जाता है. इसे रोकने वाला कोई नहीं है.
खुले बाजार में 95–100 रुपये प्रति किलो मिलती है गैस
खुले बाजार में छोटा खाली सिलेंडर 650 से 800 रुपये में मिल जाता है. इसमें सिलेंडर के ऊपर चूल्हा भी दिया जाता है. इन दुकानों में 95-100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से गैस मिलती है. वहीं गैस एजेंसी में खाली सिलेंडर 944 रुपये और पांच किलो गैस 505 रुपये में मिलती है. विद्यार्थियों का कहना है कि सहूलियत और कम कीमत के कारण वे खुले बाजार से गैस भरवाते हैं. गैस एजेंसी में आसानी से सिलेंडर मिल जाता है. इसके लिए कोई भी आइडी देकर सिलेंडर लिया जा सकता है. जानकारों का कहना है कि खुले बाजार से मिलने वाले सिलेंडर से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. ऐसे सिलेंडर की मोटाई मानक के अनुसार नहीं होती, जिससे यह पूरी तरह असुरक्षित है.हर क्षेत्रों में है अवैध रिफलिंग की दुकानें
अवैध रिफलिंग की दुकानें राजधानी के हर क्षेत्र में देखने को मिलती हैं. चुटिया, रातू रोड, हरमू रोड, कोकर, डोरंडा सहित कई मोहल्लों में धड़ल्ले से रिफलिंग हो रही है, लेकिन प्रशासन इससे बेपरवाह है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

