रांची. रूढ़िजन्य जनजाति समन्वय समिति के सदस्यों ने मंगलवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात की. इस दौरान समिति के सदस्यों ने उनसे पेसा नियमावली-2024 लागू कराने का आग्रह किया. सदस्यों ने कहा कि हम पांच जनजाति उरांव, हो, मुंडा, संताल और खड़िया के सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि हमारे सुझाव और आपत्ति के अनुसार, पेसा नियमावली में संशोधन किया गया है. अतः यह नियमावली जल्द लागू होनी चाहिए. समिति ने कहा कि गैर रूढ़ीवादी समाज के सदस्य ही पेसा की वर्तमान नियमावली का विरोध कर रहे हैं. उनका मानना है कि पेसा कानून रूढ़िजन्य विधि, धार्मिक और सामाजिक प्रथा को मजबूत करेगा और धर्मांतरण पर भी रोक लगेगी. समिति जिला स्वशासी परिषद की मांग को खारिज करती है.
समिति ने कहा : मॉडल ग्रामसभा गलत
समिति ने कहा कि हम खूंटी जिला के जीऊरी गांव की मॉडल ग्रामसभा को खारिज करते हैं. पारंपरिक रूढ़ीवादी ग्रामसभा में कोषाध्यक्ष, सचिव, उपाध्यक्ष आदि पद नहीं होते हैं. पारंपरिक ग्रामसभा में कार्यकारिणी समिति या महिला आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है. यह मॉडल ग्रामसभा गैर रूढ़ीवादी लोगों द्वारा पारंपरिक व्यवस्था पर आधुनिक व्यवस्था को थोपने का प्रयास किया जा रहा है. राज्यपाल से मिलनेवालों में महादेव मुंडा, प्रेमचंद मुंडा, सोमदेव उरांव, नूतन कच्छप, फूलदेव भगत, कृष्णा भगत आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

