रांची. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि पिछले 11 वर्षों से देश अघोषित आपातकाल के दौर से गुजर रहा है. देश संगठित रूप से किये जा रहे हमले की चपेट में है. भाजपा के पूंजीवादी और राजनीतिक गठजोड़ ने देश के आम नागरिकों के मौलिक अधिकारों पर चरणबद्ध तरीके से हमला किया है. अब भाजपा आपातकाल को काला अध्याय बता कर जनता को देश की बदहाल राजनीतिक व आर्थिक परिस्थितियों से भटकाने का प्रयास कर रही है.
भाजपा के शासन में सवाल पूछना अपराध बन गया
उन्होंने कहा कि पूरे संविधान को बदलने के लिए भाजपा ने जनता से 400 पार का जनादेश मांगा था, लेकिन जनता ने उनकी मंशा को भांप कर उन्हें एकछत्र सत्ता संचालन से दूर रखा. भाजपा के शासनकाल में शासन से सवाल पूछना अपराध बन गया है. सवाल पूछने पर विपक्ष के सांसदों को निलंबित किया जा रहा है. राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा से इनकार, विधेयकों को बिना चर्चा के पारित कराना, संसदीय समितियों की भूमिका को गौण करना पिछले 11 सालों के दौरान भाजपा सरकार की कार्यशैली का हिस्सा बन चुका है. अपनी विफलता छुपाने के लिए कांग्रेस के शासनकाल को भाजपा दोषी ठहरा रही है. लेकिन, कांग्रेस की विरासत के माध्यम से कोई सफलता हासिल करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत उपलब्धि के रूप में इसे प्रचारित करते हैं.
चुनाव आयोग की निष्पक्षता संदेह के घेरे में
अघोषित आपातकाल का सबसे बड़ा उदाहरण है कि कैग अप्रासंगिक हो चुका है. चुनाव आयोग की निष्पक्षता व विश्वसनीयता संदेह के घेरे में है. गैर भाजपा शासित राज्यों में सरकार गिराने के लिए धन-बल और अन्य माध्यमों का उपयोग हो रहा है. राज्यों को करो में संवैधानिक व्यवस्था के तहत हिस्सेदारी नहीं मिल रही है. मीडिया पर सधे कदमों से नियंत्रण के लिए दबाव दिया जा रहा है. इडी, सीबीआइ, इनकम टैक्स जैसी संस्थाओं का उपयोग विपक्षी दलों को परेशान करने और सरकार गिराने की कोशिश में किया जा रहा है.
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