रांची. जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए रांची के कांके प्रखंड स्थित रैंडो गांव के किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर आधुनिक कृषि कर रहे हैं. किसानों के इस प्रयास को सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड, रांची और निधि समृद्धि फाउंडेशन द्वारा चलाये जा रहे सीएसआर प्रोजेक्ट उन्नत कृषि ने नयी दिशा दी है. किसान आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर अपनी उपज दोगुनी करने के साथ-साथ आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं. उन्नत कृषि प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन के कृषि में महत्व को देखते हुए गांव के 10 आदिवासी युवा किसानों को ड्रोन पायलट ट्रेनिंग दिया जाने का प्रावधान है. इसी के तहत छह अक्टूबर से प्रशिक्षण आरंभ किया जा रहा है. पहले बैच में छह आदिवासी युवा किसानों को ड्रोन ट्रेंनिंग के लिए हैदराबाद भेजा जा रहा है. सभी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) के नियमों के अनुसार संचालित किये जायेंगे. प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षुओं को रिमोट पायलट सर्टिफिकेट (आरपीसी) प्रदान किया जायेगा. प्रशिक्षण के बाद सीसीएल की ओर से किसानों को एक ड्रोन भी उपलब्ध कराया जायेगा. ड्रोन का संचालन गांव के ही प्रशिक्षित युवा किसान करेंगे.
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