रांची. दुर्गोत्सव से पहले शहर को संवारने के लिए रांची नगर निगम द्वारा ‘सफाई तो होकर रहेगी 4.0’ अभियान की शुरुआत की गयी है. इस अभियान के तहत शहर की सड़कों के साथ-साथ गली मोहल्लों और पूजा पंडालों के आसपास विशेष सफाई अभियान चलाने का दावा किया जा रहा है. पिछले 48 घंटे से यह अभियान चल रहा है, लेकिन इसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है. शहर में चल रहे इस अभियान का जायजा मंगलवार को प्रभात खबर ने लिया. इस दौरान पाया गया कि अभियान के नाम पर कुछ इलाकों से कचरे का उठाव स्पेशल टीम के माध्यम से किया जा रहा है, लेकिन बाकी शहर में अब भी जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है. सड़कों पर फैले इस कचरे पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा हुआ है.
पटरी पर अब तक नहीं लौटी डोर टू डोर सफाई व्यवस्था
शहर की सफाई व्यवस्था में सबसे अहम भूमिका डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की है. इसके तहत निगम के छोटे वाहन एक-एक घर से जाकर कूड़ा उठाते हैं. लेकिन यह व्यवस्था अब तक पटरी पर नहीं आयी है. हालत यह है कि आठ-दस दिन में एक बार ही कूड़ा वाहन पहुंच रहा है. नतीजा, लोग घरों में जमा कचरे को खुले स्थानों और नालों में फेंक रहे हैं. मंगलवार को प्रभात खबर की टीम ने नगर निगम के सात वार्ड ( 1, 2, 6, 8, 10, 19 और 27) की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया. वार्ड नंबर-1 के चांदनी चौक और जोड़ा पुल के पास सड़क पर ही कचरे का ढेर पाया गया. वार्ड नंबर 6 के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में आधी सड़क पर कचरा फैला था. वार्ड नंबर 8 और 10 में चड्ढा पेट्रोल पंप के सामने, कोकर साधु मैदान के पीछे सड़क पर कचरा फैला हुआ था. वार्ड नंबर 19 के वर्द्धमान कंपाउंड में हर गली में जगह-जगह कचरे का ढेर पड़ा था. यही हाल सर्कुलर रोड के न्यूक्लियस चौक के पास भी देखा गया.
विशेष सफाई अभियान में लगाये गये 300 मजदूर
नगर निगम ने इस विशेष सफाई अभियान के लिए 300 मजदूरों को लगाया है. इन्हें शहर के उन स्थानों पर सफाई करनी है जहां लंबे समय से कचरे का ढेर जमा है. इसके अलावा नालों की सफाई और खुले नालों को स्लैब से ढंकने का निर्देश दिया गया है. पूजा पंडालों और उनके आसपास के क्षेत्रों को विशेष रूप से साफ रखने की बात कही गयी है, लेकिन पंडालों के आसपास ही गंदगी का ढेर लगा हुआ है.
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