रांची. राज्य के आठ जिलों में अफीम तस्करों ने वर्ष 2024-25 में 40 अरब रुपये से अधिक की अफीम के उत्पादन का लक्ष्य रखा था. इन आठ जिलों में चतरा, खूंटी, लातेहार, रांची, पलामू, चाईबासा, सरायकेला और हजारीबाग शामिल हैं. लेकिन पुलिस ने इन जिलों में अभियान चलाकर अफीम तस्करों की योजना ही ध्वस्त कर दी. पुलिस अब तक इन जिलों में अभियान चलाकर 20 हजार एकड़ में लगी अफीम की खेती को नष्ट कर चुकी है.
पांच लाख होता है एक किलो अफीम का बाजार मूल्य
जानकारी के अनुसार, 20 हजार एकड़ में अफीम तस्करों द्वारा करीब 80 हजार किग्रा अफीम का उत्पादन करना था. एक किग्रा अफीम का बाजार मूल्य करीब पांच लाख रुपये है. ऐसे में 80 हजार किलोग्राम उत्पादित अफीम का बाजार मूल्य करीब 40 अरब रुपये होता. लेकिन इस अभियान के तहत इतना ज्यादा अफीम बाजार में पहुंचने से बचाया जा सका. अफीम की इस खेती में अभी डोडा की कीमत का आकलन नहीं किया जा सका है. इसका आकलन होने के बाद यह खेती 40 अरब रुपये के पार पहुंच जायेगी.
पुलिस लगातार चला रही अभियान
सरकार के निर्देश पर संबंधित जिलों में पुलिस अफीम की खेती को लेकर लगातार अभियान चला रही है. डीजीपी अनुराग गुप्ता और एंटी नार्को टास्क फोर्स ( एएनटीएफ )के हेड असीम विक्रांत मिंज के निर्देश पर स्थानीय पुलिस लगातार अभियान चल रही है. पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है. पुलिस की कार्रवाई के बाद तैयार रिपोर्ट के आधार पर ही उक्त तथ्य सामने आये हैं.
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