रांची. झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट अनुबंध शिक्षक संघ ने वित्तरहित शिक्षा मोर्चा के उस बयान को हास्यास्पद बताया है, जिसमें मोर्चा ने कहा है कि अंगीभूत कॉलेजों में नामांकन होता है तो उसका विरोध करेंगे. संघ के सभी शिक्षकों ने विभागीय मंत्री रामदास सोरेन से आग्रह किया है कि वे मोर्चा के बयान पर ध्यान न दें. राज्य सरकार की नीति का लाभ सबों को मिले, इसपर बात करें.
झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट अनुबंध शिक्षक संघ की बैठक
इधर, झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट अनुबंध शिक्षक संघ की बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि नयी शिक्षा नीति में अंगीभूत महाविद्यालय में इंटर की शिक्षा को अलग करने के लिए कहा गया है न कि बंद करने के लिए. संघ की अध्यक्ष शालिनी नाग, महासचिव डॉ रामानुज पांडे, उपाध्यक्ष नवनीत सिंह, राजीव दुबे, डॉ अंजनी झा, अनिमेष कुमार बक्शी, संजय, तीरथ कुमार, पूजा गुप्ता, ज्योति प्रभा, राना मोजिब, शेख मसूद और उपेंद्र राणा ने बैठक कर कहा है कि झारखंड के अंगीभूत महाविद्यालयों में इंटर में नामांकन प्रक्रिया पर गवर्नर के आदेश के बाद रोक लगा दी गयी है. इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीय कमेटी भी बनायी है और राज्यपाल से बात करने व शिक्षा व्यवस्था को सुधार करने के लिए कहा है.
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