जैन श्वेतांबर तेरापंथ संघ की ओर से पर्युषण पर्व का समापन
क्षमापना कार्यक्रम सह विदाई समारोह में मुख्य अतिथि थीं राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी
लाइफ रिपोर्टर @ रांची
जैन समाज के लोग हमेशा से अध्यात्म और धर्म के क्षेत्र में अग्रणी रहे हैं. क्षमा याचना के इस अवसर पर कठोर तपस्या करने वाले तपस्वियों को सम्मानित करना मेरे लिए गर्व की बात है. उक्त बातें राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी ने गुरुवार को कही. वे जैन श्वेतांबर तेरापंथ संघ द्वारा पर्युषण पर्व के समापन पर दिगंबर जैन भवन में आयोजित क्षमापना कार्यक्रम सह विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं. सांसद महुआ माजी ने कहा कि जैन समाज के युवा हमेशा से सामाजिक कार्यों में आगे रहते हैं और आगे भी सेवा कार्यों में अग्रणी बने रहेंगे. कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के मंगलोच्चार से हुई. इसके बाद सभी उपस्थित लोगों ने एक-दूसरे से क्षमा याचना की. छोटे-बड़े का सम्मान करते हुए चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया गया. तेरापंथ संघ के अध्यक्ष विमल दस्सानी, मंत्री घेवर चंद नाहटा, अमर चंद बैंगानी व विनोद बेगवानी ने मुख्य अतिथि को सम्मानित किया. उपासिका संतोष श्रीमाल व सीमा डूंगरवाल को भी संघ द्वारा बहुमान किया गया. संतोष श्रीमाल ने कहा कि क्षमापना का कोई मूल्य नहीं होता. हमें अपनी गलतियों के लिए हृदय से पश्चाताप कर क्षमा मांगनी चाहिए और बिना बैर रखे दूसरों को क्षमा करना चाहिए. मंच संचालन कमलेश संचेती और खुशबू दस्सानी ने किया. विशाल दस्सानी के 29 उपवास को सम्मानित किया गया.स्कूल में छात्राओं को दिया संदेश
इधर, डोरंडा कन्या पाठशाला विद्यालय में उपासिका संतोष श्रीमाल और सीमा डूंगरवाल ने प्रवचन दिया. उन्होंने छात्राओं को शिक्षा, नैतिकता, शाकाहार, नशा मुक्ति और अणुव्रत के महत्व के बारे में बताया. इस अवसर पर विद्यालय के सचिव घेवर चंद नाहटा, अमर चंद बैंगानी, अनिल कोठारी, अजय कोठारी सहित शिक्षक और अन्य लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

