रांची.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक अमित मंडल ने कहा कि हेमंत सरकार भाषा के नाम पर राज्य की जनता को लड़ा रही है. हेमंत सरकार नहीं चाहती है कि राज्य के बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिले. यह अबुआ नहीं, बबुआ सरकार है. भाषा और पहचान से हेमंत सरकार ने खिलवाड़ किया है. श्री मंडल शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.भाषा और जनजातीय पहचान को खत्म करने की साजिश
उन्होंने कहा कि झारखंड की मूल संस्कृति, भाषा और जनजातीय पहचान को खत्म करने की साजिश हेमंत सरकार कर रही है. झारखंड की स्थानीय भाषाओं को नजरअंदाज कर हटाया गया. खूंटी से मुंडारी, पलामू-गढ़वा से भोजपुरी, गोड्डा से अंगिका और कुड़ुख भाषा को हटाया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा किसी भाषा के विरोध में नहीं है. लेकिन अंगिका, भोजपुरी और मुंडारी जैसी भाषाओं को हटाने का हम विरोध करते हैं. श्री मंडल ने कहा कि जेटेट-2025 में भी भाषा के आधार पर अन्याय हुआ है. पहले जब भाजपा की सरकार थी, तब मंत्री मिथिलेश ठाकुर और सांसद निशिकांत दुबे के प्रयास से भोजपुरी क्षेत्रीय भाषा में जोड़ी गयी थी, लेकिन आज फिर उसे हटाकर युवाओं के साथ अन्याय किया गया. उन्होंने कहा कि मंत्री राधाकृष्ण किशोर और विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने भी अंगिका को जोड़ने की बात लिखित रूप से कही थी, पर कैबिनेट ने इसे अनसुना किया.
अंगिका को परीक्षा से हटाया गया
श्री मंडल ने कहा कि 2016 के जेटेट में अंगिका थी, फिर अब क्यों नहीं? गोड्डा की जनता को अपमानित करने के उद्देश्य से अंगिका को परीक्षा से हटाया गया. हेमंत सरकार जेटेट को जानबूझकर उलझा रही है, ताकि बहाना बनाकर युवाओं को नौकरी से वंचित किया जा सके. अमित मंडल ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि भाषाओं के साथ यह अन्याय जारी रहा, तो भाजपा और जनजातीय समाज मिलकर सड़क से लेकर विधानसभा तक जनआंदोलन करेंगे. मौके पर प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक और युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज भी मौजूद थे.
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